पटना: बदलते दौर में भले ही लकड़ी और लेदर की स्टाइलिश फर्नीचरों से बाजार भरा पड़ा है. लेकिन आज भी बेंत की लकड़ी के फर्नीचर का क्रेज कायम है. राजधानी स्थित गोलघर के सामने फुटपाथ पर 60 वर्षों से ज्यादा समय से बेंत के फर्नीचर का बाजार लगता है. यहां सड़क से गुजरने वाले लोग जो घर की सुंदरता पर खासा ध्यान देते हैं. वह एक बार रुक कर बेंत से बने समान को देखते हैं और पसंद भी करते है.
डिमांड में कोई कमी नहीं
गोलघर के सामने फुटपाथ पर बेंत की फर्नीचर की दुकान लगाने वाले दुकानदार मोहम्मद जलील बताते हैं कि महंगाई बढ़ने से भले ही बेंत से बने सामानों की प्रोडक्शन कम हुई हो लेकिन डिमांड में कोई कमी नहीं आई है. बेंत से बने फर्नीचर की खासियत होती है कि इसमें दीमक नहीं लगता है और यह काफी किफायती भी होता है. मोहम्मद जलील ने बताया कि 10 हजार से 20 हजार की रेंज में बेंत से बने कई फर्नीचर सेट उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि हर वर्ग के लोग इन्हें खरीदने में रुचि रखते हैं.
किफायती और आकर्षक
बेंत से बने फर्नीचर देखने में बेहद खूबसूरत लगते हैं. इनका मेंटेनेंस भी काफी कम रहता है. मध्यमवर्गीय परिवारों में बेत के सामानों का क्रेज ज्यादा देखने को मिलता है. इसकी मुख्य वजह यह है कि यह दिखने में आकर्षक होने के साथ-साथ किफायती भी है. बाजार में बेंत से बने फर्नीचर से लेकर साज-सज्जा के सामान तक उपलब्ध हैं. आज के दौर में बेंत के बने किचन के हर सामान भी उपलब्ध है जो महिलाओं को ज्यादा आकर्षित करते हैं.