बक्सरः जल जीवन हरियाली योजना के तहत जिले के सभी जल स्त्रोतों को 31 दिसम्बर तक अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा. सभी आहर, पोखर, तालाबों की सूची विभाग तैयार करने में जुट गया है. पर्यावरण संतुलन को बनाये रखने के लिए बिहार सरकार ने जल जीवन हरियाली मिशन शुरू किया है. उसे जमीन पर उतारने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने ऑफिसियल वर्क शुरू कर दिया है.
जल जीवन हरियाली योजना
जल जीवन हरियाली योजना की स्थिति की जानकारी देते हुए उप विकास आयुक्त अरविंद कुमार ने बताया कि जल जीवन हरियाली योजना को जमीन पर उतारने के लिए विभाग जिले के सभी आहर, पोखर, तालाब, नहर, की सूची तैयार कर रहा है. उसके बाद विभाग की ओर से 31 दिसम्बर तक सभी जल स्त्रोतों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा. 1 एकड़ से छोटा जो तालाब और पोखर होगा उसका काम मनरेगा के तहत कराया जाएगा. लेकिन 1 एकड़ से बड़ा जो तालाब, पोखर या आहार होगा, उसका जीर्णोद्वार लघु जल संसाधन विभाग की ओर से कराया जाएगा.
जल स्त्रोतों को किया जाएगा अतिक्रमण मुक्त
वहीं, जल जीवन हरियाली मिशन को लेकर सदर प्रखंड के जगदीशपुर पंचायत के मुखिया अनिल यादव ने बताया कि अब तक हमारे पंचायत में कितने आहर, पोखर अतिक्रमित है. इसका सर्वें भी नहीं हुआ है. 12 एकड़ से अधिक आहर की जमीन को अतिक्रमित कर लोग कृषि का कार्य कर रहे हैं. साथ ही मनरेगा के तहत एक एकड़ से कम के तालाबों की मरम्मती करना है, तो प्रशासन बताये कि 177 रुपए की दैनिक मजदूरी पर कहा मजदूर मिलेंगे और तालाबों की खुदाई के दौरान जो मिट्टी निकलेगा, उसका क्या करना है.
जल जीवन हरियाली यात्रा
गौरतलब है कि 3 दिसम्बर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली यात्रा पर निकलने वाले हैं. उससे पहले प्रशासनिक अधिकारी सारा पेपर वर्क करने के लिए दिन रात लगे हुए हैं.