बक्सरः 10 जनवरी की रात में जिले के चौसा प्रखंड के बनारपुर गांव के घरों में घुसकर पुलिस के द्वारा किसानों की पिटाई करने का वीडियो (video of beating police jawan) जब वायरल हुआ तो हर कोई सहम गया. आक्रोश की आग लोगों के मन में ऐसी भड़की की लोग जानवर बन गए और देखते ही देखते पावर प्लांट में तोड़फोड़, आगजनी, करना शुरू कर दिया, किसानों की शक्ल में असामाजिक तत्वों के लोगों ने सरकारी सम्पति के साथ-साथ पुलिस के जवानों को लाठी डंडो से ऐसा पीटा जिसे देखकर दिल दहल जा रहा है.
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ड्यूटी पर जा रहे पुलिस जवानों पर हमलाः ईटीवी भारत के हाथ लगा ये वीडियो 11 जनवरी का है. जब आक्रोशित किसान पावर प्लांट (Chausa Thermal Power Plant) की तरफ बढ़ रहे थे, इसी दौरान भीड़ में शामिल असामाजिक तत्वों के लोगों ने ड्यूटी पर जा रहे पुलिस के जवानों पर चौसा गोला के पास हमला कर दिया और जमीन पर गिरे जवान को जानवरों की तरह पीटा. जिस जवान को दर्जनों लोग लाठियों से पीट रहे हैं. उसका नाम जुगलकिशोर है और वह मुफस्सिल थाने का हवलदार है.
जवान को जानवरों की तरह लाठी से पीटाः वीडियो में साफ दिख रहा है कि किसान आंदोलन की आड़ में असामाजिक तत्व के लोग सिपाहियों को जानवरों की तरह लाठी से पीट रहे हैं. जमीन पर गिरे एक सीपाही को इतना मारा गया कि वह अधमरा हो गया. इस वक्त वो सदर अस्पताल मौत से जंग लड़ रहा है. उसके साथ अन्य 8 जवान भी घायल हुए हैं. जिन्होंने बताया कि ड्यूटी पर जाने के दौरान बीच सड़क पर 11 जनवरी को सैकड़ों की भिंड में शामिल लोगों ने उन्हें निशाना बनाया.
जीवन और मौत से जूझ रहा जवानः सदर अस्पताल के बेड पर जीवन और मौत से जूझ रहे 8 जवानों के बीच इलाजरत जुगलकिशोर की हालत नाजुक बनी हुई है. बताया जा रहा है कि उसके ब्रेन की हड्डी टूट गई है. असामाजिक तत्वों की बर्बरता का शिकार बने इस जवान ने ईटीवी भारत को बताया कि कैसे लोग उस दिन वहशी जानवर बन गए थे.
"जा रहे थे ड्यूटी पर, थाने जा रहे थै, रास्ते में घेर लिया लोग और मारने लगा लाठी डंडा चलाने लगे. गाड़ी में हम सभी लोग सवार थे, गाड़ी का शीशा तोड़ दिया. बाहर निकलने लगे तो सभी को पीटने लगा. गाड़ी से बाहर निकलने टाइम गिर गए थे"- जुगलकिशोर, घायल हवलदार
क्यों हुए थे किसान आक्रोशित: आपको बता दें कि बिहार के बक्सर में जबरन जमीन अधिग्रहण किए जाने और पुलिस लाठीचार्ज से आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को जमकर हंगामा किया था. इस दौरान ग्रामीणों ने कई वाहनों को फूंक दिया तथा उसे क्षतिग्रस्त कर दिया. प्लांट के अंदर भी घुसकर ग्रामीणों ने उत्पात मचाया. लोगों का आरोप है कि मंगलवार की रात पुलिस ने घर में घुसकर बेरहमी से लोगों की पिटाई की थी. पुलिस की इस कार्रवाई के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और सैकड़ों की संख्या में पावर प्लांट पहुंच गए और जमकर उत्पात मचाया.
क्या है किसानों की मांगः दरअसल बीते 2 महीने से ताप विद्युत परियोजना से जुड़ी जलापूर्ति पाइप लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण के मसले पर किसान विरोध कर रहे हैं. किसान वर्तमान की कीमत से मुआवजा की मांग कर रहे हैं जबकि सरकार पहले की कीमत पर मुआवजा दे रही है. इस बीच मंगलवार को कुछ लोगों ने निमार्णाधीन बिजलीघर के मुख्य द्वार पर हंगामा किया था. जिसके बाद पुलिस ने रात के समय घर में घुसकर इनके साथ मारपीट की. पुलसि द्वारा इस मारपीट का वीडियो वायरल होते ही असामजिक तत्वो के लोगों ने भी किसानों के आंदोलन में घुसकर पुलिस पर कहर बरपाया.