बक्सर: कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति ने महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. इसी क्रम में जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण की शुरुआत की जा रही है. केसठ और चक्की को छोड़कर अन्य सभी पीएचसी में टीकाकरण सत्र शुरू हो चुका है. आगामी शनिवार से इन दोनों पीएचसी पर भी टीकाकरण शुरू हो जाएगा. साथ ही, अब जिले में दो दिन ही टीकाकरण सत्र का संचालन होगा. इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति ने मंगलवार और शनिवार का दिन निर्धारित किया है.
'कोविड-19 टीकाकरण के लिए पहले सात केंद्रों का चयन किया गया था. जिसमें सदर प्रखंड में चार केंद्र संचालित थे. बाकी तीन डुमरांव, नावानगर और ब्रह्मपुर पीएचसी पर टीकाकरण अभियान चल रहा था. इस क्रम में बीते शनिवार को राजपुर, चौसा, इटाढ़ी, चौगाईं और सिमरी पीएचसी में टीकाकरण सत्र की शुरुआत की गई. आगामी शनिवार से जिले के सभी पीएचसी पर रजिस्टर्ड लाभार्थी टीकाकृत हो सकेंगे'.- डॉ. राज किशोर सिंह, डीआईओ
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अब तक 2089 लोग हो चुके हैं टीकाकृत
जानकारी के मुताबिक, जिले में अब तक पांच टीकाकरण सत्रों का संचालन किया जा चुका है. हर केंद्र पर 100-100 लोगों को टीका देने की व्यवस्था की गई थी. जिसमें पहले चरण के तहत टीका लेने के लिए निबंधित लाभार्थियों में से अब तक 50 प्रतिशत लोग टीका ले चुके हैं. इसी क्रम में अब तक जो लोग टीकाकरण के दौरान अनुपस्थित रहे हैं, उनकी सूची बनाई जा रही है. इन्हे बाद में फॉलोअप करके टीका दिया जाएगा. जिन लोगों ने टीका का पहला डोज ले लिया है, उन्हें टीके का दूसरा डोज 28 दिनों के बाद लेना अनिवार्य है. साथ ही, आगामी दिनों में दूसरे चरण के लिए भी रजिस्ट्रेशन जल्द ही शुरू होगा ताकि, जल्द से जल्द जिले को कोरोना से पूरी तरह मुक्त किया जा सके.
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नियमों का करना होगा सख्ती से पालन
डीआईओ ने कहा देश में विकसित वैक्सीन को हर पहलू की गहरी छानबीन के बाद सरकारी स्तर से इसे मंजूरी मिली है. वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है. वैक्सीन के पहले डोज के चार सप्ताह बाद उसी वैक्सीन का दूसरा डोज दिया जाना है. दूसरे डोज के 14 दिन बाद यानी कुल 45 दिन बाद ही शरीर कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार होता है. तब तक सारी सावधानियां हर हाल में बरतनी चाहिए. बेहतर तो ये है कि टीका लगवाने के बाद भी लोग तब तक मास्क, सैनिटाइजर और सामाजिक दूरी का पालन करते रहें.
खाली पेट न लगवाएं टीका
टीकाकरण कराने वाले कर्मचारियों को 30 मिनट निगरानी में रखा जाता है. एहतियात के तौर पर कर्मचारियों को खाली पेट टीका न लगवाने के बारे में कहा जा रहा है. साथ ही सभी को यह भी कहा जा रहा है कि टीका लगने के बाद अगर आपको किसी भी तरह की दिक्कत महसूस होती है, तो आप नजदीक के स्वास्थ्य अधिकारी, डॉक्टर, एएनएम या आशा कार्यकर्ता से संपर्क करें. डीआईओ ने कहा कि टीका लगाते समय ये सारी बातें लाभार्थियों को बताई जाती हैं.