बक्सर: बिहार के बक्सर में भगवान राम की शिक्षा स्थली का भ्रमण करने के लिए तमिलनाडु से करीब दो हजार श्रद्धालु (Ramayan Yatra In Buxar) पहुंचे हैं. यहां पहुंचकर लोग काफी आनंदित महसूस कर रहे हैं. इस यात्रा का पहला चरण चित्रकुट पहुंचकर समाप्त होगा. वहीं दूसरा चरण भगवान श्रीराम से जुड़े तीर्थों के साथ रामेश्वरम पहुंचकर समाप्त होगा.
बक्सर में रामायण यात्रा: तमिलनाडु से बक्सर पहुंचे श्रद्धालुओं ने रामायण यात्रा के तहत भगवान राम की शिक्षास्थली बक्सर पहुंचकर काफी आनंदित हो रहे हैं. बताया जाता है कि यह यात्रा बिठूर से शुरू होकर चित्रकूट पहुंचकर पहला चरण संपन्न करेंगे. जिसके बाद द्वितीय चरण में भगवान श्रीराम से जुड़े तीर्थ स्थलों पर जाकर रामेश्वरम पहुंचकर यात्रा को संपन्न का जाएगी.
रामायण यात्रा में शामिल हुए लोग तमिलनाडु के विभिन्न जिलों से लोग भगवान श्रीराम से जुड़े तीर्थ स्थलों का दर्शन करने के लिए रवाना हुए. इसके पहले वे लोग उत्तर प्रदेश के भरौली में अपनी बसों को खड़ा करने के बाद ई-रिक्शा और ऑटो के माध्यम से दिन में तकरीबन 2:00 बजे दोपहर तक बक्सर पहुंचे. जिसके बाद सबसे पहले सोमेश्वर स्थान पर मौजूद भगवान वामनेश्वर मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना किया. जिसके बाद विभिन्न धार्मिक स्थलों का दर्शन करने के लिए रवाना हो गए.
इसी भ्रमण में श्रद्धालुओं का जत्थे के साथ वेल्लूकड़ी कृष्णन स्वामी ने अपने प्रवचन के माध्यम से यात्रा में शामिल लोगों को बक्सर का महात्म्य बताया. उधर, अतिथि देवो भव: परंपरा के तहत "वामन चेतना मंच" के युवाओं ने धार्मिक नगरी का भ्रमण करने पहुंचे. यहां श्रद्धालुओं को काफी मार्गदर्शित किया गया. इसके साथ ही किसी भी श्रद्धालुओं को किसी प्रकार का कोई कष्ट ना हो. इसके लिए विशेष रुप से ध्यान दिया जाए.
भगवान श्रीराम से जुड़े तीर्थ स्थलों की यात्रा: बद्री रंजन ने बताया कि तमिलनाडु के विभिन्न जिलों जैसे-चेन्नई, बंगलोर, मैसूर आदि से सबसे पहले चेन्नई और ट्रेन के माध्यम से बिठूर पहुंचेंगे. जहां से उनलोगों ने बस के माध्यम से यात्रा प्रारंभ की है. यह यात्रा भगवान श्रीराम से जुड़े तीर्थ स्थलों का दर्शन करते हुए सीतामढ़ी तक जाएगी. उन्होंने बताया कि यात्रा अयोध्या से प्रारंभ हुई थी. जिसके बाद रामेश्वर धाम, वामनेश्वर धाम, गौतम ऋषि आश्रम, फिर यहां से सोनेपुर, सीतामढ़ी होते हुए जनकपुरी और वहां से वापस प्रयागराज तथा चित्रकूट तक की यात्रा की जाएगी. उन्होंने बताया कि यह यात्रा का प्रथम चरण है. द्वितीय चरण में यात्रा भगवान श्रीराम से जुड़े अन्य तीर्थ स्थलों से होते हुए रामेश्वरम तक जाएगी और वहां पहुंचकर सम्पन्न होगी.
बक्सर में हुआ रात्रि विश्राम: इस रामायण यात्रा में शामिल वेंकटेश्वर स्वामी ने बताया कि यात्रा के दौरान बक्सर में जो आतिथ्य मिला उसे कभी भूल नहीं पाएंगे. उन्होंने कहा कि बक्सर निवासी प्रकाश पांडेय समेत तमाम युवाओं ने उन्हें जो स्नेह और प्रेम दिया वह उसके जीवन भर ऋणी रहेंगे. आगे बताया कि बक्सर के धार्मिक स्थलों और गंगा के पवित्र जल का स्पर्श कर वह खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं. ईश्वर से उनकी यही कामना होगी कि उन्हें बक्सर पुनः आने का मौका मिले. यात्रा में शामिल लोगों ने पहले ही जिला पदाधिकारी को अपनी यात्रा के बारे में सूचना दे दी थी. वहीं बक्सर के विभिन्न में होटल और विश्राम गृह में उनके नाम से कमरे बुक किए हुए हैं. जहां उन्होंने रात्रि विश्राम किया. उसके बाद सुबह गंगा स्नान करने के बाद यात्रा के अगले पड़ाव की ओर निकल पड़े.
"यात्रा के दौरान बक्सर में जो आतिथ्य मिला उसे कभी भूल नहीं पाएंगे. बक्सर निवासी प्रकाश पांडेय समेत तमाम युवाओं ने जो स्नेह और प्रेम दिया उसके जीवन भर ऋणी रहेंगे. बक्सर के धार्मिक स्थलों और गंगा के पवित्र जल का स्पर्श कर खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं. ईश्वर से यहीं कामना होगी कि उन्हें बक्सर पुनः आने का मौका मिले".- वेंकटेश्वर स्वामी, तीर्थयात्री, रामायण यात्रा
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