बक्सरः उच्च न्यायालय के आदेश पर नगर थाना क्षेत्र के सिंडिकेट नहर के पास बुधनपुरवा में सड़क किनारे अतिक्रमण (Encroachment Removed In Buxar) हटाने गए प्रशासनिक अधिकारियों एवं अतिक्रमणकारियों के बीच जमकर पत्थरबाजी की गई एवं लाठियां चली. इसमें दोनों तरफ से दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. जिनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है. इस हिंसक झड़प में नगर थानाध्यक्ष दिनेश मालाकार, सिपाही मणिकांत समेत नगर परिषद कर्मियों को भी गंभीर चोटें लगी हैं. लोगों ने आरोप लगाया कि सीओ ने घर जलाने और लाठी चार्ज का आदेश दिया था.
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अतिक्रमण हटाने गई पुलिस द्वारा किए गए बल प्रयोग में कई महिलाओं को गंभीर चोटें आई हैं. पुलिसिया कार्रवाई में घायल हुए लोगों ने अंचलाधिकारी प्रियंका राय पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अतिक्रमण हटाने आई अंचलाधिकारी ने आते ही झोपड़ियों में आग लगवा दी. जिसमें आधा दर्जन बकरी के बच्चे और हमारे बच्चों के कपड़े, किताब, कॉपी, भोजन सामग्री, जलकर राख हो गए.
इस ठंढ के मौसम में हमारा गुजारा अब कैसे होगा. जब हम लोगों ने इसका विरोध किया तो उन्होंने लाठीचार्ज का आदेश दे दिया. पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा घर में घुसकर महिलाओं को बुरी तरह से पीटा गया. जिसमें कई लोगों का सिर फट गया. महिलाओं को पीटने का अधिकार इस प्रदेश में पुरुष पुलिसकर्मियों को किसने दे दिया है. यदि हम गलत थे, तो महिला पुलिसकर्मी हमारे ऊपर कार्रवाई करती.
अतिक्रमणकारियों द्वारा किये गए पथराव में नगर थानाध्यक्ष दिनेश मालाकार, सिपाही मणिकांत समेत आधा दर्जन नगर परिषद कर्मियों को चोट आई है. जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. पुलिस कर्मियों का इलाज कर रहे विश्वामित्र हॉस्पिटल के डॉक्टर राजीव झा ने बताया कि गम्भीर चोटें आई है. काफी रक्तस्त्राव भी हुआ है. फिलहाल खतरे से बाहर हैं. सिटी स्कैन के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि स्थिति कैसी है.
वहीं इस हिंसक झड़प के बाद पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. घटनास्थल पर मौजूद एसडीएम धीरेन्द्र मिश्रा एवं एसडीपीओ गोरख राम ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश पर अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए हमलोग पहुंचे थे. लोगो को अभी समझाया ही जा रहा था कि भीड़ में शामिल असामाजिक लोगों ने सुरक्षाकर्मियों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. जिसमें नगर थाना अध्यक्ष समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मी और नगर परिषद के कर्मचारी घायल हो गए. जिनका इलाज चल रहा है. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. अतिक्रमण हटाने का काम चल रहा है. वहीं एसडीपीओ गोरख राम ने बताया कि अतिक्रमणकारियों की भीड़ में शामिल होने वाले असामाजिक तत्वों के लोगों की पहचान कर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.
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