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लापरवाही: जिसने भरा बिजली का बिल.. उसकी भी हुई बत्ती गुल, 12 गांवों के ग्रामीण परेशान - इटाढ़ी में बिजली आपूर्ति बंद

बक्सर के लगभग 12 गांवों में बिजली आपूर्ति (Power Supply Of Several Villages Interrupted In Buxar ) बंद कर दी गई है. बताया जा रहा है कि उपभोक्ताओं का बिजली बिल बकाया होने के कारण ये कदम विभाग ने उठाया है. लेकिन जिन लोगों ने बिल जमा किया है उनकी बिजली भी गुल होने से सवाल खड़े हो रहे हैं. पढ़िए पूरी खबर..

Power Supply Of Several Villages Interrupted In Buxar
Power Supply Of Several Villages Interrupted In Buxar
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Published : Mar 5, 2022, 3:17 PM IST

बक्सर: बिहार के बक्सर के दर्जनों गांव पिछले एक सप्ताह से अंधेरे में डूबा हुआ है. बिजली विभाग के अधिकारियों ने बिजली बिल बकाया होने का हवाला देते हुए बिजली की सप्लाई बंद (Power Supply Stopped In Buxar Block ) कर दी है. 1 मार्च से ही जिले के सिमरी, इटाढ़ी (Power Supply Interrupted In Ithari), राजपुर (Power Supply Of Rajpur Stopped In Buxar), बक्सर प्रखंड के दर्जनों गांव एवं दलित टोले में बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है. ऐसे में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. वहीं उप विकास आयुक्त योगेश कुमार सागर का कहना है कि जिन लोगों ने बिजली का बिल जमा किया है उनकी सप्लाई नहीं रोकी जाएगी. विभाग से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है.

पढ़ें- बिहार में इलेक्ट्रीशियन का कटा चालान तो काट दी थाने की लाइन

ग्रामीणों का बिजली विभाग पर आरोप: ग्रामीणों का कहना है कि जो उपभोक्ता नियमित रूप से बिजली बिल जमा कर रहे हैं उनकी बिजली भी काट दी गई है. जहां भी बिजली की सप्लाई बंद है उस गांव के 60 प्रतिशत से अधिक उपभोक्ता नियमित रूप से बिजली का बिल जमा कर रहे हैं. केवल 40 प्रतिशत लोगों के यहां ही बिजली बिल की राशि बकाया है. उसके बाद भी पूरे गांव की बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है.

"हर चीज में परेशानी होती है. बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. जो बिल दे रहा है उसका बिजली नहीं काटना चाहिए था. अधिकारी कहते हैं कि गेहूं के साथ घुन भी पिसता है. जो बिल नहीं दिया है उसपर एक्शन लिया जाए. एक मोमबत्ती की कीमत ₹10 है. कहां से हम मोमबत्ती जलाएंगे. डिबरी भी नहीं जला पाते हैं."- ग्रामीण

पढ़ें- बिजली विभाग के खिलाफ लोगों ने खोला मोर्चा, किया निर्बाध बिजली आपूर्ति की मांग

जदयू नेता ने कहा: जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह का कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारी पहले गांव में जाकर कनेक्शन जांच करने के नाम पर अवैध कमाई करते हैं. जिस गांव के लोग मोटी रकम दे देते हैं वहां के कंजूमर पर ना तो एफआईआर दर्ज की जाती है और ना ही उस गांव की बिजली बंद की जाती है. लेकिन जिस गांव के लोग नियमित रूप से बिल जमा करने का रसीद दिखाते हैं, उस गांव के कुछ लोगों का हवाला देकर पूरे गांव की बिजली बंद कर दी जाती है.

"कुछ लोगों को जानकारी नहीं है कि हमें बिजली मिल गया है जिसके कारण गड़बड़ी हो रही है. अधिकारी गांव में जाकर पैसा वसूलते हैं. जो पैसा नहीं देता है उसपर एफआईआर किया जाता है. पूरे गांव का बिजली बंद करना गलत है. बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. भ्रष्टाचारियों पर हम कार्रवाई की मांग करते हैं."- अशोक कुमार सिंह,पूर्व जिला अध्यक्ष, जदयू

बिजली विभाग के कारनामे पर उप विकास आयुक्त का बयान: वहीं इस मामले पर उप विकास आयुक्त योगेश कुमार सागर का कहना है कि कार्यपालक अभियंता से हमने पूरी रिपोर्ट मांगी है. बिजली बिल जमा करने वाले लोगों की यदि बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है तो उसे फौरन चालू किया जाएगा. वैसे ग्रामीणों से हम अपील करेंगे कि जिनके यहां भी बिजली बिल बाकी है या जिनका बिजली बिल गलत आई है तो गांव गांव में कैंप लगाकर इसे सुधारा जा रहा है. ग्रामीण अपने बकाया बिल को जमा करें जिससे कि सरकार को राजस्व मिल सके.

गौरतलब है कि 1 मार्च से ही जिले के सिमरी, इटाढ़ी, राजपुर, बक्सर प्रखंड के दर्जनों गांव एवं दलित टोले का बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है. जिसके कारण फोन से लेकर बिजली से चलने वाले सभी उपकरण बन्द हो गए हैं. शाम ढलते ही पूरा इलाका अंधेरे में डूब जाता है. जिसका फायदा उठाकर शराब तस्कर एवं अपराधी अपने काम को अंजाम आसानी से दे रहे हैं.

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बक्सर: बिहार के बक्सर के दर्जनों गांव पिछले एक सप्ताह से अंधेरे में डूबा हुआ है. बिजली विभाग के अधिकारियों ने बिजली बिल बकाया होने का हवाला देते हुए बिजली की सप्लाई बंद (Power Supply Stopped In Buxar Block ) कर दी है. 1 मार्च से ही जिले के सिमरी, इटाढ़ी (Power Supply Interrupted In Ithari), राजपुर (Power Supply Of Rajpur Stopped In Buxar), बक्सर प्रखंड के दर्जनों गांव एवं दलित टोले में बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है. ऐसे में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. वहीं उप विकास आयुक्त योगेश कुमार सागर का कहना है कि जिन लोगों ने बिजली का बिल जमा किया है उनकी सप्लाई नहीं रोकी जाएगी. विभाग से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है.

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ग्रामीणों का बिजली विभाग पर आरोप: ग्रामीणों का कहना है कि जो उपभोक्ता नियमित रूप से बिजली बिल जमा कर रहे हैं उनकी बिजली भी काट दी गई है. जहां भी बिजली की सप्लाई बंद है उस गांव के 60 प्रतिशत से अधिक उपभोक्ता नियमित रूप से बिजली का बिल जमा कर रहे हैं. केवल 40 प्रतिशत लोगों के यहां ही बिजली बिल की राशि बकाया है. उसके बाद भी पूरे गांव की बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है.

"हर चीज में परेशानी होती है. बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. जो बिल दे रहा है उसका बिजली नहीं काटना चाहिए था. अधिकारी कहते हैं कि गेहूं के साथ घुन भी पिसता है. जो बिल नहीं दिया है उसपर एक्शन लिया जाए. एक मोमबत्ती की कीमत ₹10 है. कहां से हम मोमबत्ती जलाएंगे. डिबरी भी नहीं जला पाते हैं."- ग्रामीण

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जदयू नेता ने कहा: जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह का कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारी पहले गांव में जाकर कनेक्शन जांच करने के नाम पर अवैध कमाई करते हैं. जिस गांव के लोग मोटी रकम दे देते हैं वहां के कंजूमर पर ना तो एफआईआर दर्ज की जाती है और ना ही उस गांव की बिजली बंद की जाती है. लेकिन जिस गांव के लोग नियमित रूप से बिल जमा करने का रसीद दिखाते हैं, उस गांव के कुछ लोगों का हवाला देकर पूरे गांव की बिजली बंद कर दी जाती है.

"कुछ लोगों को जानकारी नहीं है कि हमें बिजली मिल गया है जिसके कारण गड़बड़ी हो रही है. अधिकारी गांव में जाकर पैसा वसूलते हैं. जो पैसा नहीं देता है उसपर एफआईआर किया जाता है. पूरे गांव का बिजली बंद करना गलत है. बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. भ्रष्टाचारियों पर हम कार्रवाई की मांग करते हैं."- अशोक कुमार सिंह,पूर्व जिला अध्यक्ष, जदयू

बिजली विभाग के कारनामे पर उप विकास आयुक्त का बयान: वहीं इस मामले पर उप विकास आयुक्त योगेश कुमार सागर का कहना है कि कार्यपालक अभियंता से हमने पूरी रिपोर्ट मांगी है. बिजली बिल जमा करने वाले लोगों की यदि बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है तो उसे फौरन चालू किया जाएगा. वैसे ग्रामीणों से हम अपील करेंगे कि जिनके यहां भी बिजली बिल बाकी है या जिनका बिजली बिल गलत आई है तो गांव गांव में कैंप लगाकर इसे सुधारा जा रहा है. ग्रामीण अपने बकाया बिल को जमा करें जिससे कि सरकार को राजस्व मिल सके.

गौरतलब है कि 1 मार्च से ही जिले के सिमरी, इटाढ़ी, राजपुर, बक्सर प्रखंड के दर्जनों गांव एवं दलित टोले का बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है. जिसके कारण फोन से लेकर बिजली से चलने वाले सभी उपकरण बन्द हो गए हैं. शाम ढलते ही पूरा इलाका अंधेरे में डूब जाता है. जिसका फायदा उठाकर शराब तस्कर एवं अपराधी अपने काम को अंजाम आसानी से दे रहे हैं.

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