बक्सर: सरकार शहर को साफ रखने के लिये स्वच्छ भारत योजना के तहत करोड़ों रूपये खर्च करती है लेकिन अधिकारियों की मनमानी की वजह से यह योजना धरातल पर उतरने से पहले ही दम तोड़ देती है. इसकी बानगी दिखी जिले के नगर परिषद क्षेत्र में जहां छठ पर्व बीतने के 24 घंटे बाद ही चारो ओर कचरे का अंबार लगा है.
जिले में नगर परिषद के अधिकारियों की घोर लापरवाही सामने आई है. छठ पूजा बीतने के साथ ही पूरा शहर कूड़े की ढेर में तब्दील हो गया है. नगर परिषद क्षेत्र के एक नंबर पुलिस चौकी गोलंबर पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है. हैरत की बात यह है कि कुड़ा उठाने के बजाए सड़क पर ही उसे जलाया जा रहा है.
कैमरे से बचते दिखे अधिकारी
इस मामले पर जब ईटीवी भारत ने कार्यपालक अभियंता और नगर प्रबंधक से बातचीत करते की कोशिश की तो वो टालमटोल कर कैमरे से बचते नजर आएं. कचरे की सफाई करा रहे वार्ड नंबर 25 के वार्ड पार्षद रमेश कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने बलबूते पर एक मजदूर को बुलाया है.
कूड़े का लगा अंबार
उन्होंने कहा कि नगर परिषद की लचर व्यवस्था के कारण ना तो शाहर की सफाई हो पा रही है, और ना ही जनप्रतिनिधियों की ओर से किसी तरह की मदद मिल पा रही है. ऐसे में शहर कूड़े की ढेर में तब्दील होना स्वभाविक है. आपको बता दें कि बक्सर नगर परिषद क्षेत्र में प्रति माह साफ-सफाई के लिए 30 लाख रूपए खर्च किया जाता है. बावजूद इसके शहर की ऐसी स्थिति है.