बक्सर: सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर लंबे समय से सत्तापक्ष विपक्ष के निशाने पर है. बजट सत्र के दूसरे दिन नीतीश सरकार ने बिहार विधानसभा में एनआरसी और एनपीआर राज्य में लागू नहीं करने का प्रस्ताव पास करवाया. प्रस्ताव पास होने के बाद इसका श्रेय लेने के लिए जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के बीच होड़ मची हुई है.
आरजेडी जिला अध्यक्ष शेषनाथ यादव का कहना है कि देश अलग-अलग समस्याओं से जूझ रहा है. देश में महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए केंद्र सरकार ने सीएए, एनपीआर और एनआरसी का मुद्दा छेड़कर लोगों को मूर्ख बना रही थी, लेकिन विपक्ष के दबाव में दूसरे राज्य की तरह बिहार में भी राज्य सरकार ने एनआरसी और एनपीआर लागू नहीं करने का प्रस्ताव पास किया. यह विपक्ष की सबसे बड़ी जीत है.
ये भी पढ़ेंः दिल्ली हिंसा गिरिराज सिंह, कपिल मिश्रा और वारिस पठान की मैच फिक्सिंग, जल्द हो गिरफ्तारी- पप्पू यादव
दूसरी तरफ कांग्रेस जिला अध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन ने जेडीयू पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि सत्ताधारी दल विपक्ष के इस उपलब्धि का श्रेय खुद ले रही है जो कि हास्यास्पद है. सरकार भी जानती है कि प्रस्ताव विपक्ष के दबाव में पास करना पड़ा है. कांग्रेस नेता ने कहा कि जेडीयू, बीजेपी, लोजपा समझ चुकी है कि यह कानून देशहित में नहीं है.