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बक्सर में बढ़ रहा कुत्तों और बंदरों का आतंक, प्रशासन नहीं उठा रहा कोई ठोस कदम - बक्सर में कुत्तों और बंदरों का आतंक

बक्सर सदर अस्पताल में  3 हजार से अधिक लोगों को इसके लिए इंजेक्शन दिया जा चुका है. इसके बाद भी प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है.

dog are increasing in buxar
जिले में बढ़ रहा कुत्तों और बंदरों का आतं
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Published : Jan 25, 2020, 11:43 AM IST

बक्सर: जिले में लगातार कुत्तों और बंदरों का आतंक बढ़ रहा है. कुत्ता और बंदरों के काटने से औसतन 100 से ज्यादा लोग प्रतिदिन जख्मी हो रहे हैं. 20 दिनों में ऐसे तीन हजार केस सदर अस्पताल पहुंच चुके हैं. जिससे स्वास्थ्य विभाग के कर्मी भी परेशान हैं. वहीं प्रशासन ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है.


प्रशासन नहीं उठा रहा कोई ठोस कदम
बक्सर सदर अस्पताल में 3 हजार से अधिक लोगों को इसके लिए इंजेक्शन दिया जा चुका है. इसके बाद भी प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. अस्पताल में इंजेक्शन लेने पहुंचे कृपा शंकर तिवारी ने बताया कि इस शहर के हर गली में इंसान दिखे या नहीं दिखे, लेकिन कुत्ते और बन्दर जरूर दिखाई देते हैं. दिन प्रतिदिन इनकी संख्या बढ़ती जा रही है. लेकिन जिला प्रशासन की तरफ से इनको पकड़ने का कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा है.

प्रतिदिन आ रहे 85 से 150 केस
अस्पताल में लोगो को इंजेक्शन दे रही स्वास्थ्य कर्मी बिंदू राय ने बताया कि इन दिनों बक्सर सदर अस्पताल में 85 से 150 तक कुत्ता काटने का केस प्रतिदिन आ रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक महीना के लिए 3 हजार एंटी रैबीज का इंजेक्शन उपलब्ध कराया जाता है. लेकिन यह 20 दिनों में ही खत्म हो जाता है. जिसके बाद विभाग को पत्र लिखकर इंजेक्शन मंगवाना पड़ता है.

बक्सर: जिले में लगातार कुत्तों और बंदरों का आतंक बढ़ रहा है. कुत्ता और बंदरों के काटने से औसतन 100 से ज्यादा लोग प्रतिदिन जख्मी हो रहे हैं. 20 दिनों में ऐसे तीन हजार केस सदर अस्पताल पहुंच चुके हैं. जिससे स्वास्थ्य विभाग के कर्मी भी परेशान हैं. वहीं प्रशासन ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है.


प्रशासन नहीं उठा रहा कोई ठोस कदम
बक्सर सदर अस्पताल में 3 हजार से अधिक लोगों को इसके लिए इंजेक्शन दिया जा चुका है. इसके बाद भी प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. अस्पताल में इंजेक्शन लेने पहुंचे कृपा शंकर तिवारी ने बताया कि इस शहर के हर गली में इंसान दिखे या नहीं दिखे, लेकिन कुत्ते और बन्दर जरूर दिखाई देते हैं. दिन प्रतिदिन इनकी संख्या बढ़ती जा रही है. लेकिन जिला प्रशासन की तरफ से इनको पकड़ने का कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा है.

प्रतिदिन आ रहे 85 से 150 केस
अस्पताल में लोगो को इंजेक्शन दे रही स्वास्थ्य कर्मी बिंदू राय ने बताया कि इन दिनों बक्सर सदर अस्पताल में 85 से 150 तक कुत्ता काटने का केस प्रतिदिन आ रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक महीना के लिए 3 हजार एंटी रैबीज का इंजेक्शन उपलब्ध कराया जाता है. लेकिन यह 20 दिनों में ही खत्म हो जाता है. जिसके बाद विभाग को पत्र लिखकर इंजेक्शन मंगवाना पड़ता है.

Intro:बक्सर जिलां में बढ़ा कुत्ता एवं बंदरो का आतंक,20 दिनों में तीन हजार केस पहुचा सदर अस्पताल,स्वास्थ्य बिभाग के कर्मी भी परेशान


Body:कुत्ता एवं बन्दर के काटने से औसतन 100 से ज्यादा व्यक्ति प्रति दिन हो रहे है जख्मी,सदर अस्पताल में कम पड़ जाता है,एंटी रैबीज का इंजेक्शन


बक्सर-कुत्ता एवं बंदरो के आतंक से डर की साया में जी रहे है,नगर वासी ,प्रशासन ने इस मामले पर साधी चुप्पी ,कुतो एवं बंदरो को पकड़ने का नही किया जा रहा है उपाये

V1-बक्सर जिलां में लागातर बढ़ रहे ,कूते एवं बंदरो के आतंक के कारण डर की साये में लोग जीवन जीने को मजबूर है,पिछले 20 दिनों में, बक्सर सदर अस्पताल में ,3 हजार से अधिक कुत्ता एवं बन्दर काटने का इंजेक्शन लोगो को दिया गया है,उसके बाद भी प्रशासन कोई ठोस कदम नही उठा रहा है।

V2-बक्सर सदर अस्पताल में कुत्ता काटने का इंजेक्शन लेने पहुँचे ,कृपा शंकर तिवारी ने बताया कि,इस शहर के हर गली में इंसान दिखे या नही दिखे ,लेकिन कुत्ते एवं बन्दर जरूर दिखाई देते है,दिन प्रतिदिन इनकी संख्या इतना बढ़ते जा रहा लेकिन जिलां प्रशासन के तरफ से इनको पकड़ने का कोई इंतजाम नही किया जा रहा है।

byte कृपाशंकर तिवारी-स्थानीय


V3-वही बक्सर सदर अस्पताल में लोगो को कुत्ता एवं बन्दर काटने का इंजेक्शन दे रही, स्वास्थ्य कर्मी बिंदू राय ,ने बताया कि, इन दिनों बक्सर सदर अस्पताल में, 85 से 150 तक कुत्ता काटने का केस प्रति दिन आ रहा है,स्वास्थ्य बिभाग के द्वारा एक महीना के लिए 3 हजार एंटी रैबीज का इंजेक्शन उपलब्ध कराया जाता है,लेकिन 20 दिनों में ही खत्म हो जाता है,और बिभाग को पत्र लिखकर मांगना पड़ता है।

byte-बिन्दु राय स्वास्थ्य कर्मी सदर अस्पताल



Conclusion:
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