बक्सर: जिले में लगातार कुत्तों और बंदरों का आतंक बढ़ रहा है. कुत्ता और बंदरों के काटने से औसतन 100 से ज्यादा लोग प्रतिदिन जख्मी हो रहे हैं. 20 दिनों में ऐसे तीन हजार केस सदर अस्पताल पहुंच चुके हैं. जिससे स्वास्थ्य विभाग के कर्मी भी परेशान हैं. वहीं प्रशासन ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है.
प्रशासन नहीं उठा रहा कोई ठोस कदम
बक्सर सदर अस्पताल में 3 हजार से अधिक लोगों को इसके लिए इंजेक्शन दिया जा चुका है. इसके बाद भी प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. अस्पताल में इंजेक्शन लेने पहुंचे कृपा शंकर तिवारी ने बताया कि इस शहर के हर गली में इंसान दिखे या नहीं दिखे, लेकिन कुत्ते और बन्दर जरूर दिखाई देते हैं. दिन प्रतिदिन इनकी संख्या बढ़ती जा रही है. लेकिन जिला प्रशासन की तरफ से इनको पकड़ने का कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा है.
प्रतिदिन आ रहे 85 से 150 केस
अस्पताल में लोगो को इंजेक्शन दे रही स्वास्थ्य कर्मी बिंदू राय ने बताया कि इन दिनों बक्सर सदर अस्पताल में 85 से 150 तक कुत्ता काटने का केस प्रतिदिन आ रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक महीना के लिए 3 हजार एंटी रैबीज का इंजेक्शन उपलब्ध कराया जाता है. लेकिन यह 20 दिनों में ही खत्म हो जाता है. जिसके बाद विभाग को पत्र लिखकर इंजेक्शन मंगवाना पड़ता है.