बक्सरः बक्सर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आ रही है. महादेव घाट पर 4 दर्जन से अधिक लाशें एक किलोमीटर के दायरे में बिखरी पड़ी हैं. कई लाशों को कुत्ते नोचकर खा रहे हैं. संदेह जताया जा रहा है कि जिन लोगों की कोरोना काल में घर में ही मौत हो गयी, उन्हें गंगा किनारे परिजनों द्वारा फेंक दिया गया.
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ईटीवी भारत ने डीएम को दी सूचना
ईटीवी भारत के संवाददाता ने इस हृदय विदारक दृश्य को देखते ही जिलाधिकारी से बात की. बताया कि महादेव घाट पर एक किलोमीटर के दायरे में लाश ही लाश दिख रही है. कुत्ते उसे नोच खा रहे हैं. जिलाधिकारी ने तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया है. ईटीवी भारत के संवाददाता के सूचना पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने स्थिति का जायजा लिया.
क्या कहते हैं स्थानीय?
''संसाधनों के अभाव में कोरोना संक्रमित जिस व्यक्ति का मौत इलाज के दौरान घरों में हो गयी. उनके परिजन गंगा घाटों पर कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण अपने परिजनों का लाश पानी में फेंक कर चले गए हैं. कई ऐसे गरीब लोग हैं जिनके घर में खाने के लिए एक टाइम का अनाज तक नहीं है. वह अपने परिजनों का अंतिम संस्कार कैसे करते. जिला प्रशासन एवं सरकार के द्वारा घाटों पर लकड़ी एवं दाह संस्कार के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है.''- राम प्यारे, स्थानीय
क्या कहते हैं अधिकारी?
''बहुत ही बड़ी आपदा है. लाशें गंगा जी के किनारे लगी हुई हैं. इसलिए एक अनुमान लगाया जा रहा है कि लाशें बह कर आ रही हैं. ग्रामीणों ने बताया है कि उत्तर प्रदेश के बीरपुर और बारे गांव के किनारे-किनारे 500 लाशें लगी हुई हैं. यह आंकड़ा 100-200 भी हो सकता है. यहां जो लाशें हैं, वह भी बह कर आ कर लगी हैं. चूंकि यहां के घाट की जो बनावट है, वह थोड़ी अलग है. महदेवा घाट से लेकर श्मशान घाट के पास कोई भी चीज यहां बह कर आती है, तो यहां आ कर लग जाती है. अभी तक 50 के आसपास की लाशें यहां दिखाई दे रही हैं.''-अशोक कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी
''बक्सर के महादेवा घाट पर जो भी शव मिल रहे हैं, उनका पोस्टमॉर्टम करवाकर सम्मान के साथ डिस्पोजल की उचित व्यवस्था की जा रही है. यूपी के गाजीपुर जिला प्रशासन से भी हम संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि वो अपने स्तर पर प्रयास करें कि वहां से शव बहकर बक्सर में ना आएं.''- अमन समीर, डीएम
''आपके माध्यम से गंगा किनारे लाशों के मिलने की जानकारी मेरे संज्ञान में लाई गई है, इस मसले पर मैं आपसे सीधे बात नहीं कर सकता, मेरी बेटी और पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव हैं और मैं खुद आईसोलेशन में हूं. आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि इस मामले पर जांच के निर्देश दे दिए गये हैं. घाटों पर दाह संस्कार के लिए 20 लोगों को ही जाने की अनुमति दी गई है. जांच के बाद ही इसपर एक्शन लिया जाएगा''- नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक, बक्सर
शव को दफनाने पहुंचा जेसीबी
हमारी इस खबर के प्रकाशित होते ही प्रशासनिक महकमें खलबली मच गयी. आनन-फानन में जेसीबी को घटनास्थल पर बुलाया गया. शव को दफनाने की प्रक्रिया शुरू की गयी.
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