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हाईकोर्ट के गाइडलाइन को दरकिनार कर अंचलाधिकारी ने 10 के बदले 94 परिवारों का उजाड़ा आशियाना: भाकपा (माले) MLA - etv bharat bihar

बिहार के बक्सर में भाकपा माले विधायक अजित कुमार सिंह ने सीओ को सनकी (Objectionable Remarks On Buxar CO) बताया है. उन्होंने कहा कि सीओ भूमाफियाओं और पूंजिपतियों के लिए काम कर रही हैं. पढ़ें पूरी खबर..

Objectionable Remarks On Buxar CO
Objectionable Remarks On Buxar CO
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Published : Dec 29, 2021, 7:06 PM IST

Updated : Dec 30, 2021, 6:44 AM IST

बक्सर: जिले के डुमरांव विधानसभा क्षेत्र से भाकपा माले विधायक अजित कुमार सिंह (MLA Ajit Kumar Singh Controversial Statement) ने बक्सर अंचलाधिकारी प्रियंका राय (Buxar Circle Officer Priyanka Rai) को सनकी बताया है. विधायक ने कहा कि राजनीतिक एप्रोच के गुरूर में सैकड़ों गरीबों की बस्ती को अंचलाधिकारी ने उजाड़ दिया.

यह भी पढ़ें- साल 2021 में तू-तू, मैं-मैं से शुरू हुई बिहार की सियासत गाली गलौज तक आ पहुंची, कई दलों के दामन हुए दागदार

अजित सिंह ने कहा, 'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर मानवाधिकार आयोग तक इस मामले की शिकायत की जाएगी. दरअसल, हाईकोर्ट के गाइडलाइन को दरकिनार कर 10 के बदले 94 परिवारों का अंचलाधिकारी ने आशियाना उजाड़ दिया है.'

15 दिसम्बर को नगर थाना क्षेत्र के सिंडिकेट नहर के पास बुधनपुरवा में हाईकोर्ट का हवाला देकर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने 94 परिवारों के आशियानों को उजाड़ दिया था. इस दौरान झोपड़पट्टी में रहने वाले लोगों एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. घटना में दोनों तरफ से 1 दर्जन से अधिक लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए थे.

प्रियंका राय पर आपत्तिजनक टिप्पणी

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बक्सर प्रशासन द्वारा सैकड़ों लोगों पर नगर थाना में एफआईआर दर्ज कराया गया था. खबर मीडिया में प्रकाशित होने के बाद भाकपा माले के 5 सदस्यीय टीम ने इस घटना की जांच की और बुधवार को भाकपा माले विधायक के नेतृत्व में टीम के सदस्यों ने जिलाधिकारी को स्थितियों से अवगत कराया.

भाकपा माले विधायक अजित कुमार सिंह ने इस घटना को लेकर कहा कि पटना उच्च न्यायालय ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया था कि गरीबों की बस्ती को उजाड़ दिया जाए. बुधनपुरवा के रहने वाले कृष्णा सिंह ने अतिक्रमण हटवाने को लेकर हाईकोर्ट में एक रिट दायर किया था. जब शिकायतकर्ता को यह प्रतीत हो गया कि हाईकोर्ट का फैसला उसके पक्ष में नहीं आएगा, तो उसने इस मामले को अंचलाधिकारी के पास भेजने का आग्रह किया.

ये भी पढ़ें: मांझी का डैमेज कंट्रोल भोजः पूर्व CM बोले- ब्राह्मणों का सम्मान है.. मुझसे कोई नाराज नहीं

कोर्ट ने वस्तु स्थिति को देखते हुए अंचलाधिकारी को निर्णय लेने का आदेश जारी किया, जिसमें कुल 10 परिवारों का ही नाम था, जो सड़क के पूरब दिशा में रहते थे. लेकिन भूमाफियाओं और पूंजिपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कड़ाके के ठंड में 94 परिवारों को सड़क पर ला दिया गया ताकि भूमाफिया उस जमीन का उपयोग पार्किंग स्थल के रूप में कर सकें.

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बक्सर: जिले के डुमरांव विधानसभा क्षेत्र से भाकपा माले विधायक अजित कुमार सिंह (MLA Ajit Kumar Singh Controversial Statement) ने बक्सर अंचलाधिकारी प्रियंका राय (Buxar Circle Officer Priyanka Rai) को सनकी बताया है. विधायक ने कहा कि राजनीतिक एप्रोच के गुरूर में सैकड़ों गरीबों की बस्ती को अंचलाधिकारी ने उजाड़ दिया.

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अजित सिंह ने कहा, 'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर मानवाधिकार आयोग तक इस मामले की शिकायत की जाएगी. दरअसल, हाईकोर्ट के गाइडलाइन को दरकिनार कर 10 के बदले 94 परिवारों का अंचलाधिकारी ने आशियाना उजाड़ दिया है.'

15 दिसम्बर को नगर थाना क्षेत्र के सिंडिकेट नहर के पास बुधनपुरवा में हाईकोर्ट का हवाला देकर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने 94 परिवारों के आशियानों को उजाड़ दिया था. इस दौरान झोपड़पट्टी में रहने वाले लोगों एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. घटना में दोनों तरफ से 1 दर्जन से अधिक लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए थे.

प्रियंका राय पर आपत्तिजनक टिप्पणी

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बक्सर प्रशासन द्वारा सैकड़ों लोगों पर नगर थाना में एफआईआर दर्ज कराया गया था. खबर मीडिया में प्रकाशित होने के बाद भाकपा माले के 5 सदस्यीय टीम ने इस घटना की जांच की और बुधवार को भाकपा माले विधायक के नेतृत्व में टीम के सदस्यों ने जिलाधिकारी को स्थितियों से अवगत कराया.

भाकपा माले विधायक अजित कुमार सिंह ने इस घटना को लेकर कहा कि पटना उच्च न्यायालय ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया था कि गरीबों की बस्ती को उजाड़ दिया जाए. बुधनपुरवा के रहने वाले कृष्णा सिंह ने अतिक्रमण हटवाने को लेकर हाईकोर्ट में एक रिट दायर किया था. जब शिकायतकर्ता को यह प्रतीत हो गया कि हाईकोर्ट का फैसला उसके पक्ष में नहीं आएगा, तो उसने इस मामले को अंचलाधिकारी के पास भेजने का आग्रह किया.

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कोर्ट ने वस्तु स्थिति को देखते हुए अंचलाधिकारी को निर्णय लेने का आदेश जारी किया, जिसमें कुल 10 परिवारों का ही नाम था, जो सड़क के पूरब दिशा में रहते थे. लेकिन भूमाफियाओं और पूंजिपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कड़ाके के ठंड में 94 परिवारों को सड़क पर ला दिया गया ताकि भूमाफिया उस जमीन का उपयोग पार्किंग स्थल के रूप में कर सकें.

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Last Updated : Dec 30, 2021, 6:44 AM IST
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