बक्सर: जिले के सिमरी प्रखंड के आशा पड़री गांव में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में प्रबंधक के द्वारा करोड़ों रुपये की हेराफेरी मामले की जांच करने के लिए एलडीएम आनंद कुमार ओझा बैंक की शाखा पहुंचे. उन्होंने शाखा के नए प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार तथा अन्य बैंक कर्मियों से बातचीत की और कई फाइलों को भी खंगाला. मौके पर पहुंचे शिकायतकर्ताओं से भी जानकारी ली.
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एलडीएम आनंद कुमार ओझा ने बताया 'ग्राहकों से मिली शिकायत के आलोक में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कितनी धनराशि का गबन किया गया है. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. दोषी बैंक कर्मी किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे.'
सभी ग्राहकों को मिलेंगे पैसे: एलडीएम
घटना की जांच करने पहुंचे एलडीएम आनंद कुमार ओझा ने बताया कि ग्रामीण बैंक की टीम मामले की जांच करने के लिए एक-दो दिन में पहुंचेगी. उन्होंने ग्राहकों को यह स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने बैंक में पैसे जमा किए थे, उनके पैसे यदि किसी बैंक कर्मी के कारण गायब हुए हैं तो उनके खाते में पैसे लौटाए जाएंगे.
एक साल से खाता नहीं हो रहा था अपडेट
दरअसल, बैंक के पूर्व प्रबंधक रवि रंजन कुमार के द्वारा विभिन्न ग्राहकों के खातों से अवैध निकासी कर लेने का मामला प्रकाश में आया है. ग्राहक बता रहे हैं पिछले एक साल से मैनेजर पासबुक अपडेट नहीं कराने दे रहे थे. किसी ना किसी बहाने से टरका दिया जाता था. इतना ही नहीं बैंक खाते में मोबाइल नंबर को भी नहीं जोड़ा जा रहा था. ऐसे में खाते से होने वाली निकासी की जानकारी नहीं मिल पा रही थी.
उधर, बैंक खाते से रुपये गायब होने की जानकारी पूरे इलाके में जंगल में आग की तरह फैली. जिसके बाद लोग अपने-अपने खातों को अपडेट कराने के लिए बैंक पहुंचने लगे. बैंक में काफी लोग जमा हो गए. इस दौरान लोग हंगामा भी करते रहे. जिसके बाद बैंक ने स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी और सिमरी थानाध्यक्ष राहुल कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया और बारी-बारी से सभी का खाता अपडेट किया गया.
फिक्स डिपाजिट तोड़कर भी निकाले गए पैसे
बैंक के ग्राहकों ने बताया कि न सिर्फ उनके बचत खाते बल्कि, उनकी फिक्स डिपाजिट की भी चोरी कर ली गई है. फिक्स डिपाजिट तोड़कर रुपये किसी दूसरे बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए हैं. ग्राहकों का कहना है कि ऐसा प्रबंधक और बैंक कर्मियों की मिलीभगत से ही संभव है.