बक्सरः बिहार के बक्सर में गंगा नदी में 48 घंटे से लगातार जलस्तर बढ़ रहा था, लेकिन अब पानी घटने लगा है. जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही साथ दियारा इलाके में रहने वाले लोगों की आंखों से नींद गायब हो गई थी. गंगा नदी का पानी दोनों किनारों को तोड़कर रिहायशी इलाके में प्रवेश करने के लिए बेताब था. धीरे-धीरे गंगा नदी के जलस्तर गिरने के बाद जिला प्रशासन के साथ ही साथ जिले वासियों ने राहत की सांस ली है.
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डीएम ने लिया जायजाः गंगा नदी के जलस्तर की स्थिति को देखते हुए डीएम अंशुल अग्रवाल ने सदर एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा, समेत कई अधिकारियों के साथ रामरेखा घाट पर पहुंचकर गंगा नदी की का जायजा लिया. इस दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब देते उन्होंने कहा कि जिस तरह से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा था, सबकी चिंता बढ़ रखी थी, लेकिन धीरे-धीरे अब जलस्तर घट रहा है.
परिस्थिति के लिए तैयारः इलाहाबाद और प्रयाग राज में भी लगातार नदी का जलस्तर घट रहा है. इससे 15 दिनों तक तो राहत मिल ही गयी है. आगे भी हर परिस्थिति से निपटने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं. गंगा नदी की विकराल स्वरूप को देखते हुए बक्सर कोईलवर तटबंध के इलाके के सभी थानेदारों को सख्त हिदायत दी गई है कि गश्ती के दौरान उस इलाके की हालात पर नजर रखे. राहत कैम्प के लिए स्थलों को चिह्नित कर लिया गया है.
बाढ़ से निपटने के लिए तैयारी पूरीः चलंत मेडिकल वैन, इमरजेंसी के सभी दवा, स्टाफ के अलावे गोताखोर एवं निजी नाविकों को भी पूरी तरह से अलर्ट पर रखा गया है. जरूरत पड़ने पर एक साथ सभी इलाके में प्रशासनिक अधिकारी राहत एवं बचाव कार्य में जुट जाएंगे. गौरतलब है कि बक्सर में गंगा नदी लोगों को डराने लगी है. चौसा प्रखंड के बनारपुर, सिमरी प्रखंड के श्रीकांत राय के डेरा, समेत कई गांव के चारों तरफ पानी पहुंचने लगा था, लेकिन लगातर गिर रहे गंगा का जलस्तर घटा है.
"बीते तीन से चार दिनों में गंगा का जलस्तर बढ़ा था, लेकिन फिलहाल में इसमें गिरावट आई है. जिला प्रशासन एकदम अलर्ट है. आपदा विभाग को तैयारी का निर्देश दिया गया है. चिकित्सक दल सहित एनडीआरएफ को तैयार किया गया है. अगर बाढ़ आती है तो हर संभव राहत बचाव कार्य किया जाएगा." - अंशुल कुमार, डीएम