बक्सर: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर सभी राजनीतिक पार्टी के नेता जनता को गोलबंद करने में जुट गए हैं. इस कड़ी में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा राज्य सरकार के पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा, नरेंद्र सिंह समेत आधा दर्जन से अधिक नेताओं ने जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत कृतपुरा में जनसंवाद कार्यक्रम करने की घोषणा की थी. लेकिन एसपी के सख्त रुख को देखकर जनसंवाद स्थल पर पहुंचने से पहले ही आयोजक ने कार्यक्रम रद्द करने का ऐलान किया.
कोरोना काल में बीते 10 दिनों के अंदर अब तक जाप संरक्षक पप्पू यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, छात्र लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष यामिनी मिश्रा, राज्य सरकार के मंत्री संतोष निराला, रालोसपा के प्रदेश महामंत्री धीरज सिंह कुशवाहा , पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा, नरेंद्र सिंह समेत दर्जनों नेता बक्सर का दौरा कर चुके हैं.
सैकड़ों लोगों पर एफआईआर
पाबंदी के बाद भी जनसंवाद करने के आरोप में जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव समेत 18 नेम्ड जबकि 200 अज्ञात लोगों पर चक्की ओपी में एफआईआर दर्ज किया गया है. वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के कार्यक्रम में शामिल होने वाले 200 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज हुआ है. पुलिस के इस कार्रवाई से राजनीतिक पार्टी के नेताओं में हड़कंप मचा हुआ है. यही कारण है कि जनसंवाद स्थल पर पहुंचने से पहले ही पुलिस की चहलकदमी को देख पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जनसंवाद कार्यक्रम को रद्द कर दिया.
क्या कहते हैं एसपी?
कोरोनाकाल में जिला में बढ़ी चुनावी हलचल को लेकर पुलिस कप्तान उपेंद्र नाथ वर्मा ने कहा कि चाहे वह किसी भी पार्टी के नेता हो या मंत्री, नियमों का उल्लंघन करेंगे तो उनपर कार्रवाई हर हाल में होगी क्योंकि जिला वासियों के जीवन से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है. जिले में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य कर्मी दिन रात लगे हुए हैं. ऐसे में कुछ लोग अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए नियमों को तोड़ेंगे तो उन पर कार्रवाई होना तय है.
एक्शन में प्रशासन
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण को लेकर बक्सर एसपी काफी सख्त हैं. कभी पीपीई कीट पहनकर आइसोलेशन सेंटर में प्रवेश कर कोरोना संक्रमित मरीजों का हौसला बढ़ा रहे हैं तो कभी गरीबों की झोपड़ी तक राशन भी भेज रहे हैं. ऐसे में पिछले 1 सप्ताह से जिला में बढ़ी राजनीतिक हलचल के बाद सभी थाना प्रभारियों को यह सख्त निर्देश दिया है कि नियमों का उल्लंघन चाहे जिसके भी द्वारा किया जाए उन पर पुलिस सख्त कार्रवाई करें.