बक्सरः जिला जन सूचना संपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने जिला की स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. बाहर से आने वाले लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है. उन्हें मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद क्वॉरेंटीन किया जा रहा है. पहले की अपेक्षा अब क्वॉरेंटीन सेंटर की व्यवस्था बदल रही है. सेंटर पर रहने वाले लोगों को कोई परेशानी न हो इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है.
जिला में अब तक दूसरे प्रदेश से आ चुके हैं इतने लोग
वहीं, उन्होंने कहा कि जिले में पैदल पहुंचने वाले मजदूरों की संख्या ट्रेन से आने वाले मजदूरों से कम नहीं है. ट्रेन से अब तक 970 लोग जिले में पहुंचे है, जबकि 962 लोग पैदल ही हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर बक्सर आ गए हैं. जिनका मेडिकल स्क्रीनिंग कराने के बाद उनके गृह क्षेत्र में बने क्वॉरंटीन सेंटर पर क्वॉरंटीन किया गया है.
क्वॉरंटीन व्यक्तियों को क्या मिलेगा भोजन
जिला के क्वॉरेंटीन सेंटर पर क्वॉरन्टीन किये गए व्यक्तियों के सुबह की नाश्ता से लेकर दोपहर एवं रात के भोजन में भी बदलाव कर दिया गया है. सुबह में चूड़ा, गुड़, पोहा, घुघनी और सत्तु नाश्ता में दिया जाएगा. वहीं, दोपहर में दाल, चावल, सब्जी, अचार और रात्रि में रोटी और सब्जी के अलावा बक्सर के मशहूर व्यंजन लिट्टी चोखा भी दिया जाएगा.
जोन के हिसाब से किया जाएगा क्वॉरेंटीन
अलग-अलग राज्यों से आने वाले लोगों को उनके जोन के अनुसार क्वॉरन्टीन सेंटर में रखा जाएगा. रेड जोन से आने वाले लोगों को रेड जोन में, ऑरेंज जोन से आने वाले को ऑरेंज जोन, और ग्रीन जोन से आने वाले को ग्रीन जोन में रखा जाएगा. रेड जोन में रहने वाले 30 लोगों को प्रतिदिन जांच कराई जाएगी.