बक्सर: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा (Third Day Of Chhath Puja) का आज तीसरी दिन है. आज छठव्रतीं अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा-अर्चना करते हैं. बिहार के बक्सर में भी छठ पूजा के आज तीसरे दिन डूबते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए छठव्रती की भीड़ गंगा घाटों पर पहुंचने लगी है. इस बार छठ घाटों पर जिला प्रशासन ने साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा है. घाटों की तैयारी देख छठव्रती और श्रद्धालु भी काफी खुश हैं.
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रामरेखा घाट पर जुटेगी भारी भीड़: शहर के विश्वप्रसिद्ध रामरेखा घाट पर 1 लाख छठव्रती और श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. ऐसे में यहां एनडीआरएफ के जवान सुरक्षा के मद्देनजर तैनात हैं. पुलिस जवान भी चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए है. कोरोना वैश्विक महामारी के बाद पहली बार इतने भव्य तरीके से छठ महापर्व का आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन ने पूजा को लेकर विशेष तैयारी की है. गंगा घाटो पर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए गोताखोर के अलावे एनडीआरफ के जवानों को भी गंगा नदी में उतारा गया है, ताकि छठ पूजा सुरक्षित तरीके से मनाया जा सके.
छठ घाट पर तैयारी देश श्रद्धालु खुश: छठ घाट पर बेहतर व्यवस्था को गंगा घाट पर पहुचे छठ व्रतियों ने जिला प्रशासन का अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि आज से पहले इस तरह की व्यवस्था देखने को नहीं मिला था. गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद भी जिला प्रशासन का अधिकारियों ने जो छठ व्रतियों के लिए गंगा घाट पर व्यवस्था कि है उसके लिए जिला प्रशासन का अधिकारी बधाई के पात्र हैं. छठ पूजा पर साफ-सफाई का भी विशेष ख्याल रखा गया है.
लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर बिहार समेत उत्तर भारत और देश के कई हिस्सों में उत्साह का माहौल है. महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है. आज अस्ताचलगामी सूर्य को 'पहला अर्घ्य' दिया जाएगा. छठ महापर्व (Chhath Puja 2022 In Bihar) में संध्याकालीन अर्घ्य की विशेष महत्ता है. माना जाता है कि सूर्य षष्ठी यानी कि छठ पूजा के तीसरे दिन शाम के वक्त सूर्यदेव अपनी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं. इसलिए 'संध्या अर्घ्य' देने से प्रत्यूषा को अर्घ्य प्राप्त होता है.