ETV Bharat / state

पंचायत चुनाव में वर्चस्व के लिए कहीं गरज रही बंदूकें, तो कहीं दी जा रही है दावत - firing in buxar

बक्सर में पंचायत चुनाव में वर्चस्व कायम करने को लेकर दो प्रत्याशियों के बीच फायरिंग का मामला सामने आया है. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. पढ़ें पूरी खबर..

पंचायत चुनाव
पंचायत चुनाव
author img

By

Published : Oct 13, 2021, 12:31 PM IST

बक्सर: बिहार (Bihar) में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) चल रहा है. अब तक तीन चरण के मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है. 20 अक्टूबर को चौथे चरण का मतदान (Fourth Phase Polling) होना है. मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबन्द करने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा कई तरह के हथकंडे भी अपनाये जा रहे हैं. कहीं गोलियां चलाई जा रही है तो कहीं मतदाताओं के मत को खरीदने के लिए रात के अंधेरे में पैसा बांटा जा रहा है और कहीं दावत दी जा रही है. इतने तरीके के हथकंडे अपनाने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लग रही है.

ये भी पढ़ें:पंचायत चुनाव के दौरान कुव्यवस्था पर उठ रहे सवाल, EC ने कहा- DM से मांगी है रिपोर्ट, करेंगे कार्रवाई

जिले के बक्सर प्रखंड में छठे चरण में 3 नवम्बर को मतदान होना है. जिसके लिये नामांकन की प्रक्रिया 11 अक्टूबर को समाप्त हो गई है. इलाके में वर्तमान मुखिया और मुखिया प्रत्याशी के समर्थकों के लिए दावत का इंतजाम किया गया था. जहां मामूली विवाद को लेकर दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए. दोनों तरफ से बंदूकें गरजने लगी. पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया. इसी बीच किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी. जिसके बाद सभी लोग वहां से भाग निकले.

इससे पहले जिले के राजपुर प्रखंड के सिकठी पंचायत में भी मारपीट की घटना हुई थी. जिसमें कई लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए थे. जिसके बाद स्थानीय पुलिस के द्वारा मुखिया प्रतिनिधि और पैक्स अध्यक्ष निशांत कुमार उर्फ पूना सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेशी के लिए लाया था. जहां से दोनों फरार हो गए थे. बीते शनिवार को दोनों आरोपियों ने एक वीडियो जारी कर पुलिस के द्वारा हथकड़ी खोलने की बात कही गई थी. हलांकि 48 घण्टे बाद दोनों ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली.

करहंसी ग्राम पंचायत में हुई गोलीबारी की घटना को लेकर एसडीपीओ गोरख राम ने बताया कि दो मुखिया समर्थकों के बीच दबदबा कायम करने के लिए गोलीबारी की घटना को अंजाम देने की सूचना मिलने के बाद मैं खुद भी वहां गया था. लेकिन तब तक सभी लोग वहां से भाग निकले थे. मुफस्सिल थाना प्रभारी अमित कुमार को जांच कर एफआईआर दर्ज करने के लिए निर्देश दिया गया है. पूरे जिले में शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव सम्पन्न कराने के लिए हमारी तैयारी पूरी है. कोई भी असामाजिक तत्व हो वह पुलिस की गिरफ्त से बच नहीं पायेगा.

बता दें कि जिले में इस बार पंचायत चुनाव को लेकर एक नई परम्परा की शुरुआत हुई है. अमीर हो या गरीब, सभी पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा अपने पंचायत के मतदाताओं को लुभाने के लिए दावत दी जा रही है. जहां भोजन के बहाने लोग मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबन्द करने में लगे हुए हैं.

ये भी पढ़ें:वोट मांगने पहुंचे श्रवण कुमार का विरोध, लगाए गये मुर्दाबाद के नारे, कहासुनी के बाद बैरंग लौटे मंत्री

बक्सर: बिहार (Bihar) में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) चल रहा है. अब तक तीन चरण के मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है. 20 अक्टूबर को चौथे चरण का मतदान (Fourth Phase Polling) होना है. मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबन्द करने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा कई तरह के हथकंडे भी अपनाये जा रहे हैं. कहीं गोलियां चलाई जा रही है तो कहीं मतदाताओं के मत को खरीदने के लिए रात के अंधेरे में पैसा बांटा जा रहा है और कहीं दावत दी जा रही है. इतने तरीके के हथकंडे अपनाने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लग रही है.

ये भी पढ़ें:पंचायत चुनाव के दौरान कुव्यवस्था पर उठ रहे सवाल, EC ने कहा- DM से मांगी है रिपोर्ट, करेंगे कार्रवाई

जिले के बक्सर प्रखंड में छठे चरण में 3 नवम्बर को मतदान होना है. जिसके लिये नामांकन की प्रक्रिया 11 अक्टूबर को समाप्त हो गई है. इलाके में वर्तमान मुखिया और मुखिया प्रत्याशी के समर्थकों के लिए दावत का इंतजाम किया गया था. जहां मामूली विवाद को लेकर दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए. दोनों तरफ से बंदूकें गरजने लगी. पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया. इसी बीच किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी. जिसके बाद सभी लोग वहां से भाग निकले.

इससे पहले जिले के राजपुर प्रखंड के सिकठी पंचायत में भी मारपीट की घटना हुई थी. जिसमें कई लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए थे. जिसके बाद स्थानीय पुलिस के द्वारा मुखिया प्रतिनिधि और पैक्स अध्यक्ष निशांत कुमार उर्फ पूना सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेशी के लिए लाया था. जहां से दोनों फरार हो गए थे. बीते शनिवार को दोनों आरोपियों ने एक वीडियो जारी कर पुलिस के द्वारा हथकड़ी खोलने की बात कही गई थी. हलांकि 48 घण्टे बाद दोनों ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली.

करहंसी ग्राम पंचायत में हुई गोलीबारी की घटना को लेकर एसडीपीओ गोरख राम ने बताया कि दो मुखिया समर्थकों के बीच दबदबा कायम करने के लिए गोलीबारी की घटना को अंजाम देने की सूचना मिलने के बाद मैं खुद भी वहां गया था. लेकिन तब तक सभी लोग वहां से भाग निकले थे. मुफस्सिल थाना प्रभारी अमित कुमार को जांच कर एफआईआर दर्ज करने के लिए निर्देश दिया गया है. पूरे जिले में शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव सम्पन्न कराने के लिए हमारी तैयारी पूरी है. कोई भी असामाजिक तत्व हो वह पुलिस की गिरफ्त से बच नहीं पायेगा.

बता दें कि जिले में इस बार पंचायत चुनाव को लेकर एक नई परम्परा की शुरुआत हुई है. अमीर हो या गरीब, सभी पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा अपने पंचायत के मतदाताओं को लुभाने के लिए दावत दी जा रही है. जहां भोजन के बहाने लोग मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबन्द करने में लगे हुए हैं.

ये भी पढ़ें:वोट मांगने पहुंचे श्रवण कुमार का विरोध, लगाए गये मुर्दाबाद के नारे, कहासुनी के बाद बैरंग लौटे मंत्री

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.