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बक्सर में 'कजरी' उत्सव का आयोजन, लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को किया मंत्र मुग्ध

कजरी एक भोजपुरी लोकगीत है. सावन के महीने में पत्नी अपने पति के लिए इस गीत को गाती हैं. 'कजरी खेलल' बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोक गीतों में से एक है.

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Published : Jul 29, 2019, 8:44 AM IST

कजरी उत्सव

बक्सर: सावन के मौके पर जिले में कजरी उत्सव का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड से आये कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया. उत्सव का आयोजन उच्च विद्यालय परिसर में किया गया था. लोगों ने इसका जमकर लुत्फ उठाया.

कई राज्य के कलाकारों ने दी प्रस्तुति
एक तरफ जहां बिहार के सुप्रसिद्ध और प्रख्यात गायक भरत शर्मा ने अपनी गायकी पेश की. तो वहीं, दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के मशहूर गायक और अभिनेता गोपाल राय और गायिका प्रियंका पायल ने कजरी गाकर लोगों को आकर्षित किया. इस कार्यक्रम में झारखंड से आये विपुल दा ने भी अपने शानदार परफॉरमेंस से लोगों का मन मोह लिया.

कजरी उत्सव का आयोजन

क्या है कजरी
कजरी एक भोजपुरी लोकगीत है. सावन के महीने में पत्नी अपने पति के लिए इस गीत को गाती हैं. 'कजरी खेलल' बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोक गीतों में से एक है. भोजपुरी के अलावे इस गीत को मैथिली और मगही में भी गाया जाता है. हालांकि कजरी भोजपुरी इलाके का प्रसिद्ध गीत है.

बक्सर: सावन के मौके पर जिले में कजरी उत्सव का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड से आये कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया. उत्सव का आयोजन उच्च विद्यालय परिसर में किया गया था. लोगों ने इसका जमकर लुत्फ उठाया.

कई राज्य के कलाकारों ने दी प्रस्तुति
एक तरफ जहां बिहार के सुप्रसिद्ध और प्रख्यात गायक भरत शर्मा ने अपनी गायकी पेश की. तो वहीं, दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के मशहूर गायक और अभिनेता गोपाल राय और गायिका प्रियंका पायल ने कजरी गाकर लोगों को आकर्षित किया. इस कार्यक्रम में झारखंड से आये विपुल दा ने भी अपने शानदार परफॉरमेंस से लोगों का मन मोह लिया.

कजरी उत्सव का आयोजन

क्या है कजरी
कजरी एक भोजपुरी लोकगीत है. सावन के महीने में पत्नी अपने पति के लिए इस गीत को गाती हैं. 'कजरी खेलल' बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोक गीतों में से एक है. भोजपुरी के अलावे इस गीत को मैथिली और मगही में भी गाया जाता है. हालांकि कजरी भोजपुरी इलाके का प्रसिद्ध गीत है.

Intro:आज बक्सर में कजरी उत्सव का आयोजन किया गया । उच्च वविद्यालय बक्सर के परिसर में आयोजित कजरी उत्सव का लोगों ने जम कर लुत्फ उठाया।

और वीडियो दूसरे में भेज रहा हूँ ।


Body:बिहाव,उत्तर प्रदेश एवं झारखंड से आये कलाकारों ने जब इस लुप्त होती विधा की प्रस्तुति की तो तो सामने बैठे दर्शक झूम उठे ।एक तरफ जहाँ बिहार के सुप्रसिद्ध और प्रख्यात गायक और भोजपुरी गायन के लिए अनेको सम्मान से नवाजे गए भरत शर्मा ने कजरी के रूपों से लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया वही उत्तर प्रदेश के सुप्रसिद्ध गायक और अभिनेता गोपाल राय और गायिका प्रियंका पायल ने सावन में कजरी गाकर लोगो को झूमने पर मजबूर कर दिया तो झारखंड से आये विपुल दा ने अपनी शानदार प्रस्तुति से लोगों का मन मोह लिया।
ऐसे में यह विडंबना नहीं तो और क्या है कि हमारी लोक संस्कृति और लोक गायन की इतनी खूबसूरत और शानदार विधा लुप्तप्राय सी हो रही है ।नये नये गायक या गीतकार इससे अपरिचित होते जा रहें हैं।
बाइट विपुल दा कलाकार झारखंड रत्न लाल और हरी साड़ी

बाइट प्रियंका पायल गायिका उत्तर प्रदेश हरी साड़ी


Conclusion:ऐसे में आवश्यक है ऐसे आयोजनों की और आवश्यकता है इस विधा को सीखने और सिखाने की ।अन्यथा कजरी हमसे इतना रूठ जाएगी फिर इसे देखना, सुनना और समझना इतिहास की बातें हो जाएंगी ।
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