बक्सर: जिले में स्थानीय टिड्डा और पतंगा नामक किटों ने किसानों के फसल पर कहर बरपाया है. इन कीटों ने मक्का के साथ ही सैकड़ों एकड़ में लगे धान के बिचड़े को बर्बाद कर दिया. इससे किसान काफी परेशान हैं.
कोरोना महामारी के कारण लागू लाकडॉउन के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही थी. इसके बाद भी जिले के किसानों ने मक्का और धान की खेती करने के लिए हजारों एकड़ में बिचड़ा लगाया. लेकिन पौधा तैयार होने से पहले ही टिड्डा और पतंगा नामक कीट ने फसलों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया.
रोपनी करने की थी तैयारी
बता दें कि आने वाले मानसून और 25 मई को रोहिणी नक्षत्र चढ़ने के साथ ही गंगा दियारा के इलाके में मक्का की खेती और नहरी इलाकों में धान का बिचड़ा डालकर धान की रोपनी की जाती. लेकिन इससे पहले ही खेतों में तैयार किए जा रहे बीचड़े को कीट नष्ट कर रहे हैं. इससे परेशान किसानों ने इसकी जानकारी कृषि विभागग की दी, लेकिन सूचना के बाद भी कृषि विभाग के कोई भी अधिकारी जांच के लिए नहीं पहुंचे.
किसान परेशान
सिमरी प्रखंड के किसान सर्वेश राय ने बताया कि उसने साहूकारों से कर्ज लेकर 5 एकड़ में मक्का की खेती किया था. लेकिन फसल में कीट लगने से पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. फसल में ग्रोथ नहीं हो रहा है और ना ही फल लग रहा है. पौधा खुद ब खुद सूखने लगे हैं. इस समस्या को लेकर कई बार कृषि विभाग के अधिकारियों को फोन किया, लेकिन कोई देखने तक नहीं आया. लॉकडाउन में कर्ज लेकर खेती किया है. फसल नहीं होने से कर्ज नहीं चुका पाउंगा.
समस्या को लेकर सरकार से बात करने का आश्वासन
कीट पतंगा के कारण बर्बादा हो रहे किसानों की फसल को लेकर बीजेपी के किसान मोर्चा का प्रदेश प्रवक्ता सुशील राय ने बताया कि इस समय जिला के किसान कीटों से काफी परेशान हैं. खेतों में लगे मक्का की फसल और धान के बीचड़े बर्बाद हो रहे हैं. किसानों की इस समस्या को लेकर आज ही जिला कृषि पदाधिकारी के साथ राज्य सरकार और भारत सरकार के कृषि मंत्री से बात करूंगा.