बक्सरः बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर जिले में सरगर्मी तेज है. 4 महीने बाद होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव की आहट मिलते ही बीजेेपी में दावेदारी शुरू हो गई है. बक्सर विधानसभा सीट पर कई दावेदार हैं. इस लिस्ट में वर्तमान जिलाध्यक्ष माधुरी कुंवर के बाद पूर्व जिला अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह का भी नाम जुड़ गया है. उन्होंने इस सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है.
पूर्व जिलाध्यक्ष के चुनाव लड़ने को लेकर की गई दावेदारी से बीजेपी के वरीय नेता असमंजस में हैं. यहीं कारण है कि वह बक्सर को छोड़कर इन दिनों दिल्ली और पटना के दरबार मे हाजिरी लगा रहे हैं. पूर्व जिला अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह का कहना है कि राजनीति में आने वाले सभी कार्यकर्ताओं की चुनाव लड़ने की इच्छा होती है. हर कोई चाहता है कि चुनाव लड़कर जीते और विधायक, मंत्री बने. बीजेपी नेता ने कहा कि उनकी इच्छा है कि बक्सर विधानसभा सीट से इस बार पार्टी उन्हे मौका दे. इस सीट को जीतकर पार्टी के झोली में डालेंगे.
बीजेपी को 2015 के चुनाव में मिली थी हार
2015 बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा. बीजेपी के गढ़ कहे जाने वाले बक्सर में महागठबंधन ने जबरदस्त सफलता हासिल की. जिला के 4 विधानसभा सीट पर बीजेपी को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा. वहीं, बीजेपी के सीनियर नेता अपनी पाराम्परिक सीट भी नहीं बचा पाए थे. वहीं, बक्सर सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी सफलता हासिल की थी.
एक विधानसभा सीट पर सबकी निगाहें
बता दें कि जिला के 4 विधानसभा सीट में से बक्सर विधानसभा सीट पर सभी की निगाहें है. आरजेडी जिलाध्यक्ष शेषनाथ यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन, लोजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह, जेडीयू के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, बीजेपी जिलाध्यक्ष माधुरी कुंवर के अलावा बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह भी चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे हैं.