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बक्सरः ETV भारत की खबर पर DM ने लिया संज्ञान, जांच के दिए आदेश - Irregularity in work done on embankment

बाढ़ आने से पहले ही 15 मिनट की बारिश ने बाढ़ नियंत्रण विभाग के जरिए की गई बाढ़ पूर्व तैयारियों की पोल खोलकर रख दी. गंगा के तटबंध पर रखी गई मिट्टी की बोरियां नदी के पानी में बह गईं.

बक्सर
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Published : Aug 26, 2020, 12:29 PM IST

बक्सरः जिले में ईटीवी भारत की खबर एक बार फिर असर हुआ है. कटाव रोधी कार्य में हुई धांधली मामले पर डीएम अमन समीर ने संज्ञान लिया है. डीएम ने जांच कर दोषी अधिकारी और ठेकेदार पर कार्रवाई करने का निर्देश भी दे दिया है.

ईटीवी भारत ने दिखाई थी प्रमुखता से खबर
ईटीवी भारत ने एक दिन पहले ही प्रमुखता से खबर दिखाई थी कि 'बारिश में बह गई बाढ़ से निपटने की तैयारी', खबर चलने के बाद जब डीएम ने तुरंत एक्शन लेते हुए जांच का आदेश दे दिया. जिले में गंगा खतरे के निशान से 3 मीटर नीचे बह रही है. उत्तरी बिहार में बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर बाढ़ नियंत्रण विभाग ने इसकी तैयारी पहले से ही कर रखी है. लेकिन बाढ़ आने से पहले ही किया गया कटाव रोधी कार्य गंगा में समाहित हो गया.

गंगा में समाहित हो गई मिट्टी की बोरिया
डीएम के निर्देश पर बाढ़ नियंत्रण विभाग के जरिए बाढ़ पूर्व की गई तैयारियों की पोल बाढ़ आने से पहले ही खुल गई. 15 मिनट की बारिश में तटबंधों पर रखे गए मिट्टी के बैग नदी में बह गए. मिट्टी घुलकर बह गई. अब गंगा दियारा इलाके में रहने वाले लोग भयभीत हैं.

साल 2016 और 2019 में आई बाढ़ ने बक्सर जिला के चौसा, बक्सर, सिमरी, चक्की, एवं ब्रह्मपुर प्रखंड में भारी तबाही मचाई थी. जिसको देखते हुए बाढ़ नियंत्रण विभाग के द्वारा, सिमरी प्रखंड के केशोपुर पंचायत में कटाव रोधी कार्य किया गया था.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ये भी पढ़ेंः बक्सर: हल्की बारिश में खुली पोल, गंगा में बह गई मिट्टी भरी बोरी

मामले की लीपापोती
जिला प्रशासन के निर्देश पर बाढ़ नियंत्रण विभाग के जरिए किए गए कार्य में भारी अनियमितता बरती गई थी. बालू की जगह बोरियों में मिट्टी भरकर गंगा के तटों पर रख दिया गया. जिसके कारण बाढ़ आने से पहले ही 15 मिनट तक हुई बारिश में मिट्टी घुलकर बह गई. 2 महीने पहले ही ईटीवी भारत ने जिलाधिकारी अमन समीर को इस बात से अवगत कराने के साथ ही, इसका अंदेशा जताया गया था. लेकिन उस समय जांच के दौरान बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने मामले की लीपापोती कर दी थी.

जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान
अब एक बार फिर इस मामले पर जिलाधिकारी अमन समीर ने सभी कटाव रोधी कार्य का पुनः निरीक्षण कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. साथ ही केशपुर पंचायत में भी जांचकर दोषी अधिकारी और ठेकेदार पर कार्रवाई करने के लिए भी निर्देश जारी किया है.

गौरतलब है कि बक्सर जिले में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से तीन मीटर नीचे है. हर घण्टे 2 सेंटीमीटर की रफ्तार से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है. इस कारण बक्सर पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. जिलाधिकारी अमन समीर ने सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर अलर्ट रहने का आदेश दिया है.

बक्सरः जिले में ईटीवी भारत की खबर एक बार फिर असर हुआ है. कटाव रोधी कार्य में हुई धांधली मामले पर डीएम अमन समीर ने संज्ञान लिया है. डीएम ने जांच कर दोषी अधिकारी और ठेकेदार पर कार्रवाई करने का निर्देश भी दे दिया है.

ईटीवी भारत ने दिखाई थी प्रमुखता से खबर
ईटीवी भारत ने एक दिन पहले ही प्रमुखता से खबर दिखाई थी कि 'बारिश में बह गई बाढ़ से निपटने की तैयारी', खबर चलने के बाद जब डीएम ने तुरंत एक्शन लेते हुए जांच का आदेश दे दिया. जिले में गंगा खतरे के निशान से 3 मीटर नीचे बह रही है. उत्तरी बिहार में बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर बाढ़ नियंत्रण विभाग ने इसकी तैयारी पहले से ही कर रखी है. लेकिन बाढ़ आने से पहले ही किया गया कटाव रोधी कार्य गंगा में समाहित हो गया.

गंगा में समाहित हो गई मिट्टी की बोरिया
डीएम के निर्देश पर बाढ़ नियंत्रण विभाग के जरिए बाढ़ पूर्व की गई तैयारियों की पोल बाढ़ आने से पहले ही खुल गई. 15 मिनट की बारिश में तटबंधों पर रखे गए मिट्टी के बैग नदी में बह गए. मिट्टी घुलकर बह गई. अब गंगा दियारा इलाके में रहने वाले लोग भयभीत हैं.

साल 2016 और 2019 में आई बाढ़ ने बक्सर जिला के चौसा, बक्सर, सिमरी, चक्की, एवं ब्रह्मपुर प्रखंड में भारी तबाही मचाई थी. जिसको देखते हुए बाढ़ नियंत्रण विभाग के द्वारा, सिमरी प्रखंड के केशोपुर पंचायत में कटाव रोधी कार्य किया गया था.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ये भी पढ़ेंः बक्सर: हल्की बारिश में खुली पोल, गंगा में बह गई मिट्टी भरी बोरी

मामले की लीपापोती
जिला प्रशासन के निर्देश पर बाढ़ नियंत्रण विभाग के जरिए किए गए कार्य में भारी अनियमितता बरती गई थी. बालू की जगह बोरियों में मिट्टी भरकर गंगा के तटों पर रख दिया गया. जिसके कारण बाढ़ आने से पहले ही 15 मिनट तक हुई बारिश में मिट्टी घुलकर बह गई. 2 महीने पहले ही ईटीवी भारत ने जिलाधिकारी अमन समीर को इस बात से अवगत कराने के साथ ही, इसका अंदेशा जताया गया था. लेकिन उस समय जांच के दौरान बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने मामले की लीपापोती कर दी थी.

जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान
अब एक बार फिर इस मामले पर जिलाधिकारी अमन समीर ने सभी कटाव रोधी कार्य का पुनः निरीक्षण कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. साथ ही केशपुर पंचायत में भी जांचकर दोषी अधिकारी और ठेकेदार पर कार्रवाई करने के लिए भी निर्देश जारी किया है.

गौरतलब है कि बक्सर जिले में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से तीन मीटर नीचे है. हर घण्टे 2 सेंटीमीटर की रफ्तार से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है. इस कारण बक्सर पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. जिलाधिकारी अमन समीर ने सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर अलर्ट रहने का आदेश दिया है.

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