बक्सर: जिला के बदहाल सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाओं को अब निजी अस्पतालों से भी बेहतर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. जिलाधिकारी अमन समीर पिछले एक माह के अंदर दर्जनों बार सदर अस्पताल का विजिट कर मरीजों से जानकारी प्राप्त करने के बाद अधिकारियो के साथ बैठक कर चुके हैं. जिससे सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार देखने को मिल रहा है और दूर-दराज से आने वाले मरीजों ने राहत की सांस ली है.
स्वास्थ्य कर्मियों की मनमानी पर लगेगी लगाम
बिना किसी सूचना के सरकारी अस्पताल से गायब रहने वाले चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की मनमानी पर ब्रेक लगाने के लिए सदर अस्पताल में फेस स्क्रीनिंग अटेंडेंस मशीन लगायी गयी है. जिसके सामने खड़े होने पर उपस्थिति लगेगी. सरकारी अस्पताल में तैनात डॉक्टर का पूरा विवरण बोर्ड पर अंकित कर दिया गया है. गैरहाजर रहने वाले स्वास्थ्यकर्मी की शिकायत दर्ज कराने के लिए मोबाइल नम्बर जारी किया गया है.
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2021 के अंत तक सारी सुविधाओं से लैस हो जाएगा अस्पताल
सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड, एवं डिजिटल एक्स-रे की सुविधा सभी मरीज उठा रहे हैं. सदर अस्पताल में आने वाले मरीजों को कैसे सिटी स्कैन एवं एमआरआई की सुविधा मिले इसको लेकर लगातार मंथन जारी है. डीपीएम संतोष कुमार ने बताया कि 2021 के अंत तक कोई भी व्यक्ति सरकारी अस्पतालों को पहचान नहीं पायेगा. पहले जिला स्तर पर बदलाव एवं सुधार किया जा रहा है. उसके बाद अनुमण्डल, प्रखण्ड और पंचायत स्तर तक के स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर किया जाएगा. जिससे मरीजों को अपने गांव एवं प्रखण्ड में ही बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके.