बक्सर: अधजली किशोरी का शव मिलने का मामला लगातार उलझता जा रहा है. जिले में हुए हैदराबाद 2 कांड में फॉरेंसिक टीम बुधवार को एकबार फिर घटनास्थल पर पहुंची. इस दौरान पत्रकारों के इस सवाल पर कि घटनास्थल की घेराबंदी क्यों नहीं की गई, शाहाबाद रेंज के डीआईजी राकेश राठी पत्रकारों पर ही सवाल उठाने लगे.
डीआईजी पत्रकारों को ही देने लगे नसीहत: बता दें कि बक्सर में हुए हैदराबाद 2 कांड में फॉरेंसिक टीम मंगलवार देर शाम भी घटनास्थल पर पहुंची थी. टीम ने उस दौरान भी घटनास्थल का मुआयना किया था, लेकिन कुछ खास क्लू उनके हाथ नहीं लगे. इसीलिए बुधवार को फिर से टीम स्पॉट पर पहुंची. इस दौरान पत्रकारों ने पूछा कि घटनास्थल को इसी तरह खुला क्यों छोड़ दिया गया. इससे सबूतों को नुकसान हो सकता है. डीआईजी पत्रकारों से ही कहने लगे कि जब काम चल रहा हो और आपसे अनुरोध किया जाता है कि स्पॉट से दूरी बना कर रखें, तब आपसे अपेक्षा होती है कि आप उसे मानेंगे.
सभी रिपोर्टस का इंतजार- डीआईजी: डीआईजी राकेश राठी ने हालांकि बाद में ये कहते हुए अपनी सफाई पेश की कि रात को यहां पुलिसवालों की तैनाती की गई थी. फॉरेंसिक टीम ने मंगलवार को भी छानबीन की थी और शाम होने की वजह से वो पूरी नहीं हो पाई तो वो बुधवार को भी छानबीन कर रहे हैं. अभी तक किशोरी की पहचान नहीं हो सकी है. सभी रिपोर्टस आने के बाद ही सही जानकारी मिल सकेगी.
घटना से फैली सनसनी: हैदराबाद में लेडी डॉक्टर के साथ हुई घटना की आंच अभी धीमी भी नहीं हुई थी, कि बक्सर में भी वैसी ही घटना के सामने आ जाने से सनसनी फैल गई है. प्रशासनिक अमला भी मुस्तैद नजर आ रहा है. राज्य सरकार के निर्देश पर गंभीर हुई पुलिस डॉग स्क्वायड की टीम के साथ भी सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है.
शव का तीसरी बार हुआ पोस्टमॉर्टम: बक्सर सिविल सर्जन डॉक्टर उषा किरण के साथ, डॉक्टर बीएन चौबे, डॉक्टर रवि श्रीवस्तव और डॉक्टर आर के गुप्ता की टीम पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचकर तीसरी बार शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद जांच में जुटी है. बता दें कि मंगलवार सुबह ही एक खेत से किशोरी का शव अधजली हुई हालत में मिला था.