बांका: नव वर्ष एक जनवरी शुक्रवार रहने की वजह से लोगों ने अलग-अलग तरीके से दिन की शुरुआत की. लोगों ने स्नान-ध्यान के उपरांत घर आंगन के कुलदेवी, इष्ट देवी, ग्राम देवी-देवताओं की पूजा अर्चना के बाद अलग तरीके से दिन की शुरुआत की. गंगा स्नान करने के उपरांत श्रद्धालु नव वर्ष के अवसर पर धनकुंड, गोलू धाम, जेयेष्ठ गौर धाम, मैया तेल डीहा, देवघर बासुकीनाथ धाम पूजा अर्चना के लिए रवाना हुए.
बांका के रजौन में नव वर्ष के शुभ अवसर पर शुक्रवार को डीएन सिंह कॉलेज भूसिया परिसर में पौधारोपन किया गया. साथ ही मंजूषा पेंटिंग भी बनाई गई. इस मौके पर कॉलेज प्राचार्य जीवन प्रसाद सिंह ने कहां के सरकार के हरित क्रांति और जल जीवन हरियाली मिशन की सफलता पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ही कॉलेज परिसर में गेंदा, गुलाब, गुलदाउदी सहित कई प्रकार के सुगंधित फूलों के पौधे और अन्य तरह के पौधों को लगाया गया.
वहीं, ग्रामीण इलाके के लोग पुराने परंपरा के अनुसार पिकनिक अपने-अपने बहियार, खेत-खलियान और पहाड़ों पर मनाते दिखे. नव वर्ष के अवसर पर राजबनेश्वरनाथ धाम, पुरानी ठाकुरबारी, कुटिया परिसर स्थित शिवालय, रजौन मोदी हाट दुर्गा मंदिर, सब्जी हाट स्थित दुर्गामंदिर, मंदार के लक्ष्मी नारायण मंदिर सहित ग्रामीण इलाके के मंदिरों में पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई. धनकुंड नाथ मंदिर में रजौन, धौरैया, सन्हौला, गोराडीह, सबौर, जगदीशपुर सीमा क्षेत्र के दर्जनों गांव र दूर-दराज से श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए आए हुए थे.
मंदिर में भक्तों की भीड़
मंदिर के मुख्य पंडित मटरू बाबा ने बताया कि धनकुंड नाथ जो भी सच्चे से मनोकामना पूर्ण होने के उद्देश्य से पूजा-अर्चना के लिए आते हैं. उनकी सभी तरह के मनोकामना पूरी होती है. धनकुंड बाबा के नाम लेने मात्र से ही हर तरह की श्रद्धालुओं को लाभ मिलता है. वहीं, चांदन नदी के पश्चिमी तट पर अवस्थित जेयेष्ठगौर नाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ देखी गई.