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बक्सर: कोरोना पॉजिटिव महिला स्वास्थ्यकर्मी कर रही थी ड्यूटी, लोगों में मचा हड़कंप - कोरोना तीसरे चरण में पहुंच गया

प्रदेश में कोरोना तीसरे चरण में पहुंच गया है. उसके बाद भी लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिसका परिणाम है कि हर दिन सैकड़ों लोग अब इस संक्रमण से संक्रमित हो रहे हैं.

बक्सर
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Published : Jul 13, 2020, 10:48 PM IST

बक्सर: जिले में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. 16 अप्रैल 2020 को जिले के डुमरांव अनुमंडल अंतर्गत नया भोजपुर से संक्रमण शुरू हुआ था, जो अब पूरे जिले को अपने गिरफ्त में ले लिया है. हलात ऐसे उत्पन्न हो गए हैं कि समाहरणालय परिसर, एसपी आवास, डीएसपी कार्यालय, सदर अस्पताल समेत कई विभाग के कर्मी कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं. उसके बाद भी इस महामारी के प्रति ना तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और ना ही जिलावासी गंभीर दिखाई दे रहे हैं.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही
जिन कोरोना योद्धाओं के कंधों पर 20 लाख लोगों के स्वास्थ्य को ठीक रखने और उनकी जिंदगी को बचाने की जिम्मेदारी है. उन्हीं कोरोना योद्धाओं की लापरवाही को देख हर कोई हैरान है. दरअसल, जिला सदर अस्पताल में तैनात महिला स्वास्थ्य कर्मी के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद भी उसे ड्यूटी पर लगा दिया गया. हालांकि कोरोना संक्रमित महिला स्वास्थ्य कर्मी ईटीवी भारत के संवाददाता को जैसे ही अस्पताल में देखा. वो अस्पताल में बने सहायता केंद्र के डेस्क के पीछे छुपने लगी.

देखें पूरी रिपोर्ट

डीएस ने दी सफाई
कोरोना संक्रमित महिला स्वास्थ्य कर्मी द्वारा अस्पताल में ड्यूटी देने के सवाल पर अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट भूपेंद्र नाथ ने बताया कि महिला के पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उसके परिजनों का भी कोरोना जांच कराया गया, जिसमें महिला स्वास्थ्य कर्मी की मां भी पॉजिटिव पाई गई है. उस महिला स्वास्थ्य कर्मी को घर जाने की इजाजत दे दी गई. लेकिन वह खुद ही ड्यूटी टेबल पर बैठी रही और अपने घर नहीं गई.

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भूपेन्द्र नाथ, डिप्युटी सुपरिटेंडेंट, सदर अस्पताल

'स्वास्थ्य मंत्री को लिखूंगा पत्र'
सदर अस्पताल में अपने परिजनों का इलाज कराने पहुंचे कांग्रेस नेता गोपाल त्रिवेदी को जैसे ही यह पता चला कि कोरोना पॉजिटिव महिला स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल में ड्यूटी कर रही है. उसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया. कांग्रेस नेता ने कहा कि इस मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखूंगा. वहीं, उन्होने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना को भगा रहा है या कोरोना को फैला रहा है.

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गोपाल त्रिवेदी, नेता, कांग्रेस

प्रशासनिक अधिकारियो में मची हड़कम्प
केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री के संसदीय क्षेत्र के सदर अस्पताल में इस तरह की लापरवाही उजागर होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियो में भी हड़कंप मच गई. एसडीएम केके उपाध्याय ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए महिला स्वास्थ्यकर्मी को आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया. जंहा उसका इलाज चल रहा है. गौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना तीसरे चरण में पहुंच गया है. उसके बाद भी लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिसका परिणाम है कि हर दिन दर्जनों लोग अब इस संक्रमण से संक्रमित हो रहे हैं.

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केके उपाध्याय, एसडीएम

बक्सर: जिले में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. 16 अप्रैल 2020 को जिले के डुमरांव अनुमंडल अंतर्गत नया भोजपुर से संक्रमण शुरू हुआ था, जो अब पूरे जिले को अपने गिरफ्त में ले लिया है. हलात ऐसे उत्पन्न हो गए हैं कि समाहरणालय परिसर, एसपी आवास, डीएसपी कार्यालय, सदर अस्पताल समेत कई विभाग के कर्मी कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं. उसके बाद भी इस महामारी के प्रति ना तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और ना ही जिलावासी गंभीर दिखाई दे रहे हैं.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही
जिन कोरोना योद्धाओं के कंधों पर 20 लाख लोगों के स्वास्थ्य को ठीक रखने और उनकी जिंदगी को बचाने की जिम्मेदारी है. उन्हीं कोरोना योद्धाओं की लापरवाही को देख हर कोई हैरान है. दरअसल, जिला सदर अस्पताल में तैनात महिला स्वास्थ्य कर्मी के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद भी उसे ड्यूटी पर लगा दिया गया. हालांकि कोरोना संक्रमित महिला स्वास्थ्य कर्मी ईटीवी भारत के संवाददाता को जैसे ही अस्पताल में देखा. वो अस्पताल में बने सहायता केंद्र के डेस्क के पीछे छुपने लगी.

देखें पूरी रिपोर्ट

डीएस ने दी सफाई
कोरोना संक्रमित महिला स्वास्थ्य कर्मी द्वारा अस्पताल में ड्यूटी देने के सवाल पर अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट भूपेंद्र नाथ ने बताया कि महिला के पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उसके परिजनों का भी कोरोना जांच कराया गया, जिसमें महिला स्वास्थ्य कर्मी की मां भी पॉजिटिव पाई गई है. उस महिला स्वास्थ्य कर्मी को घर जाने की इजाजत दे दी गई. लेकिन वह खुद ही ड्यूटी टेबल पर बैठी रही और अपने घर नहीं गई.

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भूपेन्द्र नाथ, डिप्युटी सुपरिटेंडेंट, सदर अस्पताल

'स्वास्थ्य मंत्री को लिखूंगा पत्र'
सदर अस्पताल में अपने परिजनों का इलाज कराने पहुंचे कांग्रेस नेता गोपाल त्रिवेदी को जैसे ही यह पता चला कि कोरोना पॉजिटिव महिला स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल में ड्यूटी कर रही है. उसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया. कांग्रेस नेता ने कहा कि इस मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखूंगा. वहीं, उन्होने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना को भगा रहा है या कोरोना को फैला रहा है.

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गोपाल त्रिवेदी, नेता, कांग्रेस

प्रशासनिक अधिकारियो में मची हड़कम्प
केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री के संसदीय क्षेत्र के सदर अस्पताल में इस तरह की लापरवाही उजागर होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियो में भी हड़कंप मच गई. एसडीएम केके उपाध्याय ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए महिला स्वास्थ्यकर्मी को आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया. जंहा उसका इलाज चल रहा है. गौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना तीसरे चरण में पहुंच गया है. उसके बाद भी लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिसका परिणाम है कि हर दिन दर्जनों लोग अब इस संक्रमण से संक्रमित हो रहे हैं.

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केके उपाध्याय, एसडीएम
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