बक्सर: आखिरकार बक्सर में रेल ओवर ब्रिज (ROB) बनने का रास्ता साफ हो गया है. इस बहुप्रतीक्षित ब्रिज के लिए रेल और बिहार सरकार दोनों की तरफ से न केवल स्वीकृति (Construction Of Railway Overbridge In Buxar) मिल गई है बल्कि राशि का भी आवंटन कर दिया गया है.
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हालांकि रेल प्रशासन द्वारा इसके लिए बहुत पहले ही पहल की गई थी लेकिन, बिहार सरकार में मामला अटका हुआ था. बिहार सरकार ने भी बीते 28 दिसंबर को हुई कैबिनेट की बैठक में इसकी मंजूरी देते हुए राशि का आवंटन कर दिया है. जिसकी पुष्टि जिलाधिकारी बक्सर अमन समीर ने भी की है.
"आगे जैसा आदेश आएगा किया जाएगा. बहुप्रतीक्षित रेल ओवर ब्रिज बनने का रास्ता साफ हो गया है. इसके लिए राशि का आवंटन कर दिया गया है."- अमन समीर, डीएम, बक्सर
बक्सर रेलवे स्टेशन के बगल में इटाढ़ी क्रॉसिंग (Buxar Itadi ROB Project) पर आरओबी बनाने की मांग बक्सरवासी लंबे समय से कर रहे थे. इसके लिए कई स्तर पर कोशिशें जारी थी. आपको बता दें कि, बक्सर के इटाढ़ी रेलवे क्रॉसिंग पर लोगों को बड़ी परेशानी हो रही थी. यहां घंटों जाम की स्थिति बनी रहती थी. कई बार जाम में फंसे होने के कारण रोगियों की जान जाने की स्थिति भी बनी थी. ऐसे में रेल ओवर ब्रिज की यहां बेहद जरूरत थी.
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प्रशासनिक उदासीनता के कारण किसी न किसी वजह से इसमें देरी होती रही. इसके लिए लड़ाई लड़ने वालों में बक्सर के एक युवा का विशेष योगदान रहा है. पेशे से अधिवक्ता जगजीत भट्ट इसके लिए सन 2016 से ही लड़ाई लड़ रहे थे. बक्सर में आरओबी की जरूरत को रेखांकित करते हुए सबसे पहले 2016 में ही जगजीत ने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा था. उन्होंने रेलमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री को भी चिट्ठी लिखी थी.
इस बाबत ईटीवी भारत ने जगजीत भट्ट से विस्तार से बातचीत की. युवा अधिवक्ता ने बताया कि, यहां जाम में फंसने के कारण कुछ ऐसी घटनाएं मैनें देखी जिससे कारण मैं संकल्पित हुआ कि, मुझे इसकी लड़ाई लड़नी है.
"मैंने देखा कि जाम में फंसे होने के कारण एक लड़की को इलाज नहीं मिल पाया. वैसे ही एक व्यक्ति घायल अवस्था में जाम के कारण तड़पता रहा. इन समस्याओं से निजात पाने के लिए सबसे पहले मैंने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा, फिर यह पत्राचार का दौर खूब चला. इस दौरान मैंने विभिन्न संबंधित विभागों में सैकड़ों पत्राचार किए."- जगजीत भट्ट, सामाजिक कार्यकर्ता सह अधिवक्ता
जगजीत ने बताया कि, लगातार कोशिश करने के कारण ही रेल ओवर ब्रिज बनने का रास्ता साफ हुआ है. चूंकि मामला जन समस्या का था इसलिए जन जागरूकता के लिए बक्सर नगरीय क्षेत्र में माइकिंग भी की गई. जगजीत बतातें हैं कि, हस्ताक्षर अभियान चलाकर करीब दस हजार लोगों का हस्ताक्षर भी सरकार के पास भेजा गया था. करीब दो हजार चिठ्ठी पोस्टकार्ड के माध्यम से भिजवाया.
सामाजिक कार्यकर्ता के प्रयासों के कारण ही बक्सर के लोगों को एक बहुत बड़ी सौगात मिल गई है. जगजीत बतातें हैं कि, प्राप्त जानकारी के मुताबिक इटाढ़ी रेलवे क्रॉसिंग से औसतन 1 दिन में 220994 लोगों का आवागमन है. 1 दिन में लगभग 80 रेलगाड़ी यहां से गुजरती है. जिसके कारण लोगों को बहुत परेशानी होती है.
आरओबी का कुल बजट लगभग 47 करोड़ रुपये का है. जिसमें से राज्य सरकार अपने हिस्से का पुल बनाएगी जिसका बजट लगभग 30 करोड़ रुपया है. रेलवे जो कार्य करेगी उसका बजट 17 करोड़ 40 लाख के लगभग है. ऐसे में 2021 जाते-जाते बक्सर को सौगात दे गया और अब लंबी लड़ाई के बाद इंतजार समाप्त हो चुका है.
आपकों बता दें कि, बक्सर सदर सीट से जीते कांग्रेस विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी (Congress MLA Sanjay Kumar Tiwari) ने भी जगजीत के कार्यो की प्रशंसा की. सदर विधायक ने कहा कि, इस पुनीत कार्य के लिए मैं उनको दिल से धन्यवाद करता हूं. आरओबी बन जाने से बक्सर के लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगा.
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