बक्सर: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर अभी से ही राजनेता एक दूसरे को चुनौती देना शुरू कर दिए हैं. 2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन से चुनाव लड़े कांग्रेस विधायक मुन्ना तिवारी ने अपने विधानसभा सीट से एनडीए के नेताओं को चुनौती दिया है. इसके अलावे उन्होंने बीजेपी के शीर्ष नेताओं से कहा कि बीजेपी के लोगों को अब अपना पत्ता खोल देना चाहिए कि बक्सर विधानसभा सीट से उनका कौन सा पहलवान है, जो मेरा सामना कर सकेगा.
केंद्रीय राज्य मंत्री को दी चुनौती
कांग्रेस विधायक ने 2019 लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को मिली हार पर भी चर्चा की. मुन्ना तिवारी ने लोकसभा चुनाव की चर्चा करते हुए कहा कि यदि महागठबंधन के नेता बक्सर लोकसभा सीट से मुझे टिकट दे दिए होते तो केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे का मैं जमानत जब्त करवा देता. मैं 4 लाख से अधिक वोटों से चुनाव जीतता.
जीत की कहानी दोहराने में जुटा महागठबंधन
बता दें कि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी बक्सर जिला के चारों विधानसभा सीट महागठबंधन के हाथों हार गई थी. 5 साल बाद फिर से उस कहानी को दोहराने के लिए महागठबंधन के नेता पूरे दमखम के साथ चुनावी तैयारी में लग गए हैं. हालांकि बदले हुए चुनावी समीकरण को देख एनडीए में नीतीश कुमार के जाने से महागठबंधन के लोग खुद को कमजोर महसूस कर रहे हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि महागठबंधन के नेता अपना सीट बचाने में कितना कामयाब होते हैं.