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विधानसभा चुनाव के बाद पता चलेगा कौन सेवक है और कौन प्रधान सेवक?- मुन्ना तिवारी

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Published : Sep 2, 2020, 2:27 PM IST

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. जिले में कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने बीजेपी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि चुनाव में साबित हो जाएगा कि कौन सेवक है और कौन प्रधान सेवक.

congress MLA munna tiwari attack on bjp
संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी, विधायक, कांग्रेस

बक्सर: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए और महागठबंधन ने जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी है. वहीं, नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी कड़ी में सदर कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने बीजेपी पर तंज कसा है. साथ ही उन्होंने कई आरोप भी लगाए हैं.

मुन्ना तिवारी ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक है. इसीलिए आने वाले चुनाव में ये साबित हो जाएगा कि कौन सेवक है और कौन प्रधान सेवक. बता दें कि मुन्ना तिवारी 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में जीत का इतिहास दोहराने की तैयारी में लगे हैं.

जिला प्रशासन भी तैयारियों में जुटा
विधानसभा चुनाव को लेकर जिले में प्रशासनिक अधिकारी भी तैयारियों में जुटे हुए हैं. अधिकारी मतगणना केंद्र और स्ट्रांग रूम का निरीक्षण कर मतदाताओं को जागरूक करने में लगे हैं. दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता चुनावी फॉर्मूला सेट कर रहे हैं. वहीं, बीजेपी में चुनाव लड़ने वाले दावेदारों की संख्या लागातार बढ़ती जा रही है. बीजेपी के नेता मतदाताओं को गोलबंद करने के बजाए, वरीय नेताओं के दरवाजे खटखटा रहे हैं. सिर्फ बक्सर विधानसभा सीट पर पिछले 15 दिनों के अंदर अब तक 39 बीजेपी के नेता दावेदारी कर चुके हैं.

पेश है रिपोर्ट

लोजपा के नेताओं की भी है नजर
एनडीए में सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी के नेताओं ने भी पहले ही बक्सर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. इससे बीजेपी की मुश्किलें बढ़ी है. ऐसे में बीजेपी के नेता ना तो किसी के साथ मीटिंग कर रहे हैं और ना ही क्षेत्र में दिखाई दे रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टिकट पाने की चाहत में जिले के तमाम बड़े नेता गृह मंत्री अमित शाह, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और आरएसएस के बड़े नेताओं के घर पहुंच रहे हैं. जिसके कारण बीजेपी की ओर से सभी चुनावी गतिविधियां जिले में बंद हो गई है.

2 हजार बूथों का होगा निर्माण
जिला में कुल बूथों की संख्या वर्तमान में 12 सौ 65 है. हलांकि कोरोना को देखते हुए लगभग 2 हजार बूथ बनाया जाएगा. इस बार 12 लाख 43 हजार 776 मतदाता चारों विधानसभा क्षेत्र में मतदान करेंगे. हलांकि जिला प्रशासन की ओर से अभी भी मतदाता सूची में लोगों का नाम जोड़ा जा रहा है. जिसके कारण यह आंकड़ा बढ़ सकता है.

2015 में कौन कहां से विजयी
बक्सर के 4 विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा क्षेत्र संख्या 199 ब्रह्मपुर विधानसभा से साल 2015 में आरजेडी विधायक शम्भू यादव, बीजेपी उम्मीदवार विवेक ठाकुर को 31 हजार मतों से पराजित किए थे. जबकि विधानसभा क्षेत्र संख्या 200 बक्सर में सदर कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने बीजेपी उम्मीदवार प्रदीप दुबे को 9 हजार 700 वोट से पराजित किए थे. वहीं, 201 डुमरांव विधानसभा से जेडीयू विधायक ददन पहलवान ने एनडीए प्रत्याशी श्यामबिहारी सिंह को 11 हजार वोट से हराया था. साथ ही 202 राजपुर (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र से राज्य सरकार के परिवहन मंत्री संतोष निराला ने बीजेपी नेता विश्वनाथ राम को 33 हजार मतों से पराजित किया था. इस बार बीजेपी और जेडीयू एक साथ है तो समीकरण बदल गया है.

बक्सर: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए और महागठबंधन ने जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी है. वहीं, नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी कड़ी में सदर कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने बीजेपी पर तंज कसा है. साथ ही उन्होंने कई आरोप भी लगाए हैं.

मुन्ना तिवारी ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक है. इसीलिए आने वाले चुनाव में ये साबित हो जाएगा कि कौन सेवक है और कौन प्रधान सेवक. बता दें कि मुन्ना तिवारी 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में जीत का इतिहास दोहराने की तैयारी में लगे हैं.

जिला प्रशासन भी तैयारियों में जुटा
विधानसभा चुनाव को लेकर जिले में प्रशासनिक अधिकारी भी तैयारियों में जुटे हुए हैं. अधिकारी मतगणना केंद्र और स्ट्रांग रूम का निरीक्षण कर मतदाताओं को जागरूक करने में लगे हैं. दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता चुनावी फॉर्मूला सेट कर रहे हैं. वहीं, बीजेपी में चुनाव लड़ने वाले दावेदारों की संख्या लागातार बढ़ती जा रही है. बीजेपी के नेता मतदाताओं को गोलबंद करने के बजाए, वरीय नेताओं के दरवाजे खटखटा रहे हैं. सिर्फ बक्सर विधानसभा सीट पर पिछले 15 दिनों के अंदर अब तक 39 बीजेपी के नेता दावेदारी कर चुके हैं.

पेश है रिपोर्ट

लोजपा के नेताओं की भी है नजर
एनडीए में सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी के नेताओं ने भी पहले ही बक्सर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. इससे बीजेपी की मुश्किलें बढ़ी है. ऐसे में बीजेपी के नेता ना तो किसी के साथ मीटिंग कर रहे हैं और ना ही क्षेत्र में दिखाई दे रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टिकट पाने की चाहत में जिले के तमाम बड़े नेता गृह मंत्री अमित शाह, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और आरएसएस के बड़े नेताओं के घर पहुंच रहे हैं. जिसके कारण बीजेपी की ओर से सभी चुनावी गतिविधियां जिले में बंद हो गई है.

2 हजार बूथों का होगा निर्माण
जिला में कुल बूथों की संख्या वर्तमान में 12 सौ 65 है. हलांकि कोरोना को देखते हुए लगभग 2 हजार बूथ बनाया जाएगा. इस बार 12 लाख 43 हजार 776 मतदाता चारों विधानसभा क्षेत्र में मतदान करेंगे. हलांकि जिला प्रशासन की ओर से अभी भी मतदाता सूची में लोगों का नाम जोड़ा जा रहा है. जिसके कारण यह आंकड़ा बढ़ सकता है.

2015 में कौन कहां से विजयी
बक्सर के 4 विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा क्षेत्र संख्या 199 ब्रह्मपुर विधानसभा से साल 2015 में आरजेडी विधायक शम्भू यादव, बीजेपी उम्मीदवार विवेक ठाकुर को 31 हजार मतों से पराजित किए थे. जबकि विधानसभा क्षेत्र संख्या 200 बक्सर में सदर कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने बीजेपी उम्मीदवार प्रदीप दुबे को 9 हजार 700 वोट से पराजित किए थे. वहीं, 201 डुमरांव विधानसभा से जेडीयू विधायक ददन पहलवान ने एनडीए प्रत्याशी श्यामबिहारी सिंह को 11 हजार वोट से हराया था. साथ ही 202 राजपुर (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र से राज्य सरकार के परिवहन मंत्री संतोष निराला ने बीजेपी नेता विश्वनाथ राम को 33 हजार मतों से पराजित किया था. इस बार बीजेपी और जेडीयू एक साथ है तो समीकरण बदल गया है.

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