बक्सर: बिहार के बक्सर में जमीन अधिग्रहण के मुआवजे को लेकर (Demonstration of farmers on compensation in Buxar) दूसरे दिन किसानों ने फिर जमकर प्रदर्शन किया. मुफस्सिल थाना अंतर्गत चौसा के निर्माणाधीन एसजेवीएन थर्मल पावर प्लांट के मुख्य द्वार को 9:30 सुबह में एक हजार की संख्या में किसानों ने जाम कर दिया. पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ कर उनमें आग लगा दी. जिसमें दस पुलिसकर्मी घायल हो गए. एंबुलेंस, फायरब्रिगेड समेत 16 गाड़ियां फूंक दी. प्लांट के गेट पर भी आग लगा दी.
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300 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर: आक्रोशित किसानों ने प्रतिनियुक्त अंचलाधिकारी चौसा के साथ झड़प की और उन पर जानलेवा हमला कर दिया.पुलिस हवाई फायरिंग करके भीड़ को खदेड़ने की कोशिश की. दोनों तरफ से बीच-बीच में पत्थरबाजी भी हुई. इसमें चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. पूरे मामले में 24 नामजद तथा ढाई सौ से 300 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. जिसमें अंचलाधिकारी चौसा को वादी बनाया गया है.
ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर प्लांट पर पहुंच गए: किसान 85 दिन से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने मंगलवार को प्लांट के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया और धरने पर बैठ गए. उस समय पुलिस ने कुछ नहीं किया, लेकिन रात को पुलिस ने बनारपुर गांव में घुसकर मारपीट की. चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. वहां मौजूद एक शख्स ने घटना का वीडियो बना लिया. पुलिस की ज्यादती के विरोध में बुधवार सुबह लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर प्लांट पर पहुंच गए और हमला कर दिया.
पुलिस कर रही है कैंप: उत्तेजित किसानों के द्वारा कुछ देर के लिए बक्सर कोचस मुख्य मार्ग को रोक दिया गया था. जिसे प्रशासनिक हस्तक्षेप से समाप्त कर दिया गया है. घटनास्थल पर उपमहानिरीक्षक शाहाबाद क्षेत्र जिला अधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक बक्सर कैम्प कर रहे हैं. कांड दर्ज कर उपद्रवी तत्वों की पहचान कर उनके विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. पर्याप्त मात्रा में बल एवं दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति कर वरीय पदाधिकारियों के द्वारा स्थिति का निरंतर अनुश्रवण किया जा रहा है.