बक्सरः नगर परिषद राज्य सरकार के जल-जीवन-हरियाली अभियान की धज्जियां उड़ा रहा है. बिना कुछ सोचे समझे जिला नगर प्रबंधक ने कूड़े के ढेर में आग लगवा दी. जिसके बाद पूरा शहर धुएं से पट गया. वहीं, मीडिया को देखते ही कर्मचारियों को छोड़कर नगर प्रबंधक असगर अली फरार हो गए.
पूरा शहर हो गया हुआ धुंआ-धुंआ
राज्य सरकार ने जहां पर्यावरण को बचाने और जल के संरक्षण के लिए 'जल जीवन हरियाली अभियान' के तहत 19 जनवरी को मानव श्रृंखला बनवाकर लोगों को जागरूक किया गया, वहीं सरकार के इस अभियान के मात्र 24 घंटे बाद ही नगर प्रबंधक ने सरकार के इस अभियान का धज्जियां उड़ा दी. पहले तो शहर का तमाम कूड़ा उठवाकर बाईपास नहर में डलवाया. उसके बाद कूड़े के ढेर में आग लगवा दी. जिससे पूरा शहर ही धुआं धुआं हो गया.
मौके से फरार हुए नगर प्रबंधक
नगर प्रबंधक के इस कारनामे की सूचना मिलने के बाद जब मीडिया वहां पहुंची, तो नगर प्रबंधक अपने सारे कर्मचारियों को छोड़कर वहां से फरार हो गए. वहीं, वहां मौजूद साफ सफाई प्रबंधक इशरत खान से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यहां साफ सफाई की जा रही है. इसीलिए किसी कर्मी ने आग लगवा दी है. जिसको बुझाया जा रहा है. मिट्टी भी डलवाया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : विजयवाड़ा के छात्रों ने कचरे से बनाया कच्चा तेल, देखें खास रिपोर्ट
मामले की जांच करवाकर होगी कार्रवाई
नगर परिषद के इस कारनामे को लेकर जब बक्सर एसडीएम के के उपाध्याय से पूछा गया तो, उन्होंने बताया कि आपसे इसकी सूचना मिलने के बाद कार्यपालक अभियंता से बात हुई है. जिन्होंने यह कहा है कि किसी कर्मी ने उस कूड़े के ढेर में आग लगा दी है. इस मामले की जांच करवाकर दोषी नगर प्रबंधक पर कार्रवाई की जाएगी.
अधिकारी ही नहीं करते नियमों का पालन
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाकर नहर ,आहर, पोखर, तालाब, पाइन,कुआं,को संरक्षित कर रही है ,वहीं दूसरी तरफ नगर परिषद का अधिकारी ही शहर के कचरे से नहर को भरने में लगे हैं, ऐसे में सवाल यह उठता है कि, जब सरकारी अधिकारी ही सरकार के नियमों का पालन नहीं करेगा, तो आम लोगों से उम्मीद कैसे किया जा सकता है.