बक्सरः बीते वर्ष 2021 में कानून व्यवस्था की स्थिति क्या रही? बात हत्या के मामलों की हो, लूट की हो, रंगदारी की हो, दुष्कर्म की हो या अन्य की, सभी मामलों पर ईटीवी भारत ने बक्सर एसपी नीरज कुमार सिंह से विशेष बातचीत की. आपको बतातें चलें कि अभी पिछले दिनों जनप्रतिनिधियों ने भी पुलिस की लापरवाही और थानों में दलाली जैसे कई गंभीर आरोप बक्सर पुलिस पर लगाये थे. इन सभी आरोपों को ध्यान में रखते हुए ईटीवी भारत ने बक्सर एसपी (Buxar SP Niraj Kumar Singh Special Interview on Crime) से जनता से जुड़े तीखे सवाल भी पूछे. जिनका पुलिस कप्तान ने बड़े ही साफ तरीके से जवाब दिया.
यह भी पढ़ें- लड़की के लिए छोटे भाई ने बड़े को मार दिया, 10 माह बाद बक्सर पुलिस ने किया खुलासा
'घटना घटित होती है, उसे कोई छिपा नहीं सकता. कुछ नाम के पीछे नहीं जाना चाहिए. किसी भी थाने में जाकर वर्षवार हुए अपराधों को देखा जा सकता है. हत्या की घटना 2019, 2020 और 2021 में हुई घटनाओं को देख सकतें हैं. लूट की घटनाओं को देख सकतें हैं, छिनतई की घटनाओं को देख सकते हैं. केवल एक वकील हत्याकांड का उद्भेदन अभी तक नहीं हुई है. 2019 में 50, 2020 में 45 और 2021 में 40 हत्या की घटनाएं दर्ज हुई हैं. जिसमें से दो अभी अनुसंधान में हैं. उस वर्ष 38 हत्या की घटना प्रतिवेदित हुई हैं.' -नीरज कुमार सिंह, बक्सर एसपी
हमलोगों को अनुसंधान और विधि व्यवस्था को देखना है. एक पुलिस अधीक्षक के तौर पर जबतक मैं हूं. हमेशा कर्तव्य निभाऊंगा. इसका पॉजिटिव रिजल्ट भी देखने को मिल रहा है. बक्सर एसपी नीरज कुमार सिंह ने कहा कि आम आदमी क्या कहता है, यह मायने रखता है. बक्सर पुलिस 2016 से शराबबंदी कानून को लेकर अब तक इसके लिए काम कर रही है. पिछले साल करीब चालीस हजार लीटर शराब पकड़ी गई, जिसमें से 99 प्रतिशत का विनष्टीकरण किया जा चुका है. 1700 के करीब मुकदमे दर्ज किये गए हैं. इसमें चौदह सौ में आरोपपत्र दाखिल किया जा चुका है.
पिछले वर्ष 10 कांडों में सपीडी ट्रायल से सजा दिलाई है. इस वर्ष और बेहतर किया जाएगा. इस वर्ष अधिक से अधिक सजा दिलाने की कोशिश की जा रही है. अब हमारा ध्यान केवल शराब पीने वालों पर ही नहीं बल्कि शराब का व्यापार करनेवालों पर भी है. इनको चिह्नित भी कर लिया गया है. दियारा क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. चूंकि बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच में यहां गंगा नदी है. इसलिए नदी मार्ग में चौकसी के लिए तीन नाव कार्य कर रही है. दो और कुछ दिन में मिल जाएंगी. पांच एएलटीएफ का गठन किया गया है, जिसे एंटी लिकर टास्क फोर्स कहते हैं.
एसपी ने कहा कि शराब के मामले में अभी तक बक्सर पुलिस कोई बड़ा कंसाइनमेंट पकड़ने में कामयाबी हासिल नहीं की है. लेकिन छोटी-छोटी खेप हम लगातार पकड़ रहें हैं. चूंकि बक्सर उत्तर प्रदेश का सीमावर्ती जिला है. उत्तर प्रदेश में शराबबंदी लागू नहीं है. इसलिए लोग वहां से पीकर हमारी सीमा में आ जाते हैं. ओपन बॉर्डर है, लंबा नदी मार्ग है. कोई भी आदमी आसानी से आ सकता है. फिर भी हम लोग लगे हुए हैं. मुखियापुत्र हत्याकांड हो, दुर्गेश हत्याकांड हो, दोनों में गिरफ्तारी हुई है. जेल से मिले निर्देश की बिंदु पर भी हम जांच कर रहें हैं. यही वजह है कि जेल प्रशासन ने बंदियों को बक्सर जेल से कई अन्य जेलों में स्थानांतरित किया है.
यह भी पढ़ें- बक्सर में कार से शराब की तस्करी कर रहे तीन लोगों की गिरफ्तारी, 4 कार्टन शराब बरामद
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP