बक्सर: तीन दिनों के बाद कांग्रेस नेता के पुत्र का शव बरामद होने के बाद परिजनों में आक्रोश है. परिजनों से मिलने पहुंचे सदर विधायक संजय तिवारी (Sadar MLA Sanjay Tiwari) ने कहा है कि अगर 24 घंटे में हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं होगी तो कांग्रेस के नेता सड़क पर आंदोलन के लिए उतरेंगे. गांधी जयंती के दिन बक्सर (Buxar) के ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत देकुली गांव (Dekuli Village) के रहने वाले कांग्रेस नेता प्रभुदत्त ओझा के अपहृत 35 वर्षीय पुत्र का शव धर्मावती नदी से बरामद कर लिया गया है.
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शव मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. शव की शिनाख्त करने सदर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है. इस घटना की सूचना मिलने के बाद सदर अस्पताल पहुंचे अपहृत के पिता प्रभुदत्त ओझा ने कहा कि पुलिस ने यदि लापरवाही नहीं बरती होती तो आज मेरा पुत्र जीवित होता.
उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि जिस दिन एफआईआर दर्ज कराने गया था, उस रात पूरे थाने में केवल एक महिला कांस्टेबल उपस्थित थी. सभी ड्यूटी में तैनात अधिकारी अपने डेरा में विश्राम कर रहे थे. जिसके कारण मेरा एफआईआर अगले दिन दोपहर में दर्ज हुआ था.
इस घटना की सूचना मिलते ही सदर अस्पताल पहुंचे कांग्रेस विधायक संजय तिवारी ने प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि 24 के अंदर अपराधियों की गिरफ्तारी नही हुई, तो जिले में कांग्रेस के कार्यकर्ता आंदोलन करेंगे. नींद में सोई हुई इस बहरी सरकार को जगाएंगे.
हम आपको बताते चलें कि पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में शामिल अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यह हत्या प्रेम प्रसंग में हुई है. जिसका खुलासा पुलिस देर शाम तक करेगी.
मिली जानकारी के अनुसार 2 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे अपहृत विपिन बिहारी ओझा कुछ देर में बाहर से घूमकर आने की बात कहकर घर से निकले थे लेकिन वापस नहीं आये. इसके बाद थक-हारकर परिजनों ने 3 अक्टूबर को ब्रह्मपुर थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया था. इससे पूरे जिले में हड़कंप मच गया था. पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा रहे थे. विपिन के पिता प्रभुदत्त ओझा ने तब कहा था कि हम लोग सामाजिक और राजनीतिक जीवन में हैं. किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं है.
काफी खोजबीन करने के बाद भी जब उसका पता नहीं चला. उसके बाद थाने में अपहरण की शिकायत दर्ज करायी गयी थी. फिरौती या अन्य किसी चीज की मांग को लेकर फोन नहीं आया था.
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बक्सर पुलिस कप्तान नीरज कुमार सिंह ने कहा था कि इस घटना को हमलोग अपहरण मानकर ही चल रहे हैं. अपहृत व्यक्ति की सकुशल बरामदगी के लिए कई स्तर पर टीम का गठन कर कार्रवाई की जा रही है. लेकिन तीन दिन बाद अपहृत का शव बरामद किया गया है.
गौरतलब है कि जिले में करीब 1 साल पहले डुमराव थाना क्षेत्र से एक पूर्व फौजी के पुत्र का भी अपराधियों ने अपहरण कर लिया था. उस समय जिले के तत्कालीन एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा की तमाम कोशिशों के बाद भी अपहृत युवक की सकुशल बरामदगी नहीं हो पाई थी. अपराधियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया था. 1 साल बाद फिर जिले के ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र में अपहरण के बाद हत्या कर दी गयी है.
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