बक्सर: कोरोना काल में मच्छर उन्मूलन अभियान पूरी तरह से ठप पड़ा है. पिछले 4 महीनों से जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, नगर परिषद कर्मचारी और अधिकारी कोरोना संक्रमण के प्रभाव को रोकने में लगे है. इस कारण जिले में मच्छर उन्मूलन का कार्य पूरी तरह से ठप है.
स्वास्थ्य विभाग का दावा
जिले में बंद पड़े मच्छर उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने दावा किया है, कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए शहर से लेकर गांव-गांव तक सैनिटाइजर का छिड़काव कराया जा रहा है. इसके प्रभाव से मच्छरों का आतंक भी कम हुआ है.
क्या कहते हैं जन प्रतिनिधि
हालांकि नगर परिषद क्षेत्र की वार्ड संख्या 8 की वार्ड पार्षद निर्मला देवी ने बताया कि, कुछ महीनों से मच्छरों का प्रभाव बढ़ गया है. अब तक मेरे वार्ड में सैनिटाइजर का छिड़काव तो हो रहा है. लेकिन मच्छरों के उन्मूलन के लिए अभी तक किसी तरह का छिड़काव नहीं कराया गया है.
उप मुख्य पार्षद की दलील
वहीं उप मुख्य पार्षद बबन सिंह ने बताया कि, 10 दिनों के अंदर नगर परिषद क्षेत्र के सभी 34 वार्ड में मच्छर उन्मूलन को लेकर फॉगिंग कराई जाएगी. पिछले 4 महीने से सैनिटाइजर का छिड़काव हो रहा है. इससे मच्छर का प्रभाव भी कम हुआ है.
जल जमाव से बढ़ रहे मच्छर
ग्रामीण इलाकों में जल जमाव के कारण बढ़ रहे मच्छरों के प्रभाव के मद्देनजर जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉक्टर शैलेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में अब तक ना तो कोई मलेरिया के मरीज पाए गए हैं और ना ही डेंगू चिकनगुनिया के. जिस क्षेत्र में डेंगू के मरीज मिलते हैं, फॉगिंग वहां कराई जाती है. लेकिन, अभी तक कहीं फॉगिंग नहीं कराई गई है.
क्या कहते हैं जिलाधिकारी
डीएम अमन समीर ने बताया कि मच्छर उन्मूलन को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा की जाएगी. जल जमाव के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ने की संभावना होती है. शहरी क्षेत्र में नगर परिषद छिड़काव करा रहा हैं. लेकिन ग्रामीण इलाकों की स्थिति की समीक्षा की जाएगी.
मैन पावर के अभाव में बंद पड़ा अभियान
कोरोना काल में मच्छर उन्मूलन को लेकर किसी तरह का कोई अभियान नहीं चलाया जा रहा है. जिला प्रशासन, नगर परिषद, स्वास्थ्य विभाग के कर्मी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में लगे हैं. इसीलिए मैन पावर के अभाव में यह अभियान पूरी तरह से बंद है.