बक्सर: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी राजनीतिक दलों के नेताओ की निगाहें बक्सर लोकसभा सीट पर टिकी हुई है. राजनीतिज्ञों की मानें तो बिहार के बक्सर से ही उतरप्रदेश के रास्ते दिल्ली की गद्दी तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त होता है. यही कारण है कि एनडीए और इंडिया गठबंधन के नेताओ ने बार-बार बक्सर का दौरा कर सियासी गर्मी को बढ़ा दिया है.
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बीजेपी के सम्राट के बाद कांग्रेस के अखिलेश दिखाएंगे दम: इंडिया गठबंधन के सहयोगी भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने शहर के नगर भवन से हुंकार भरते हुए जैसे ही बक्सर लोकसभा क्षेत्र को लाल झंडे का गढ़ बताया. इंडिया गठबंधन के सहयोगी राजद, कांग्रेस, जदयू के साथ ही अन्य राजनीतिक दल के नेताओं की बेचैनी भी बढ़ गई है. 26 सितम्बर को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी तो 27 सितम्बर को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह बक्सर में अपना दम दिखाएंगे. इनके स्वागत में पूरे शहर को बैनर पोस्टर से पाट दिया गया है.
बीजेपी के बागी नेताओ की भी टिकी निगाहें: बीजेपी के युवा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के होने वाले कार्यक्रम पर विपक्ष के साथ ही एनडीए के सहयोगियों और एवं भाजपा के बागी नेताओं की निगाहें भी टिकी हुई है. यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान जिलाध्यक्ष गुट इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एड़ी चोटी की जोर लगाए हुए हैं. वहीं बागी गुट लगातार अश्विनी कुमार चौबे की जगह दूसरे उम्मीदवार की मांग बक्सर लोकसभा सीट से कर रहा है. जिस वजह से भारतीय जनता पार्टी के नेता जिले में दो धड़े में बंट गए हैं.
एक महिला नेता की सक्रियता से बढ़ी बेचैनी: 26 सितंबर को होने वाले भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के कार्यक्रम को लेकर बक्सर रेलवे स्टेशन से लेकर, वीरकुंवर सिंह चौक, ज्योति चौक, सिंडिकेट नहर, बक्सर गोलंबर से लेकर पूरे नगर परिषद क्षेत्र के अलावे रास्ट्रीय राजमार्ग पर लगे बड़े-बड़े होर्डिंग और पोस्टर में प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के बाद बीजेपी महिला नेता रानी चौबे की लगी तस्वीर ने पार्टी के अंदर के कई नेताओ की बेचैनी बढ़ा दिया है. इसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. हाल ही में बीजेपी से निकाले गए पूर्व जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह और माधुरी कुंवर की निगाहें भी इस कार्यक्रम की सफलता और असफलता पर टिकी हुई है क्योंकि बक्सर में बीजेपी के नेता दो धड़े में बंट गए हैं.
क्या कहते हैं बीजेपी नेता?: बीजेपी नेता सम्राट चौधरी के आगमन को लेकर भाजपा महिला नेत्री रानी चौबे ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार विश्वामित्र की नगरी में हृदय सम्राट भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता आ रहे हैं. उनके स्वागत के लिए पूरा बक्सर तैयार है. पार्टी नेताओं की मानें तो 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले होने वाले इस कार्यक्रम की सफलता और असफलता उम्मीदवार का भविष्य तय करेगा कि अश्विनी कुमार चौबे तीसरी बार चुनाव लड़ेंगे या पार्टी के नेता किसी अन्य कार्यकर्ता पर दांव लगाएंगे.