बक्सर: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए गठबंधन से अलग होकर आठवीं बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करना शुरू कर दिया है. गठबंधन टूटने के बाद से बीजेपी के नेता लगातार धरना प्रदर्शन (BJP Protest in Buxar) कर नीतीश कुमार पर विश्वासघात करने का आरोप लगा रहे हैं. इसके साथ ही प्रदेश में जंगल राज पार्ट थर्ड शुरू होने का दावा कर रहे हैं. वहीं, राजद के नेता द्वारा इस कहानी की शुरुवात करने का आरोप बीजेपी पर लगा रही है.
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क्या कहते हैं बीजेपी के नेता: शहर के अंबेडकर चौक पर धरना प्रदर्शन कर रहे बीजेपी महिला मोर्चा के प्रदेश प्रभारी निवेदिता सिंह ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने जनता के जनादेश के साथ विश्वासघात किया है. अगर उन्हें केवल कुर्सी से प्रेम नहीं है तो तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाकर पार्टी के किसी अन्य नेता को उपमुख्यमंत्री बना दें, लेकिन बिहार के लोग इस बात को जानते हैं कि नीतीश कुमार कुर्सी के बिना जीवित नहीं रहेंगे.
जनादेश के साथ विश्वासघात का आरोप: जब बीजेपी नेत्री से पूछा गया कि वर्ष 2017 में जब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने महागठबंधन में सेंध लगाकर नीतीश कुमार के साथ अपनी सरकार बनाई थी, तो क्या उस समय प्रदेश के जनता के साथ विश्वासघात नहीं हुआ था. इस पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि जनादेश का अपमान उस समय भी हुआ था, लेकिन वह विश्वासघात बिहार को भ्रष्टाचारियों से मुक्त कराने के लिए हुआ था और बीजेपी ने ही उनका समर्थन किया था.
नीतीश पीएम बनें तो दूंगी बधाई: बीजेपी महिला मोर्चा के प्रदेश प्रभारी निवेदिता सिंह ने कहा कि "नीतीश कुमार मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं. उनको ऐसा लगता है कि वह देश का प्रधानमंत्री बन जाएंगे, लेकिन 2024 में पीएम पद पर कोई वैकेंसी नही है. यदि नीतीश कुमार पीएम बन जाएंगे तो उन्हें बधाई दूंगी, लेकिन पीएम उम्मीदवार के रूप में उनके लिए कोई शुभकामनये नहीं है."
बीजेपी ने 2017 में तोड़ा था महागठबंधन: बीजेपी नेत्री निवेदिता सिंह के इस बयान को लेकर जब राजद के पूर्व जिला अध्यक्ष भरत यादव से फोन पर पूछा गया तो, उन्होंने बताया कि सत्ता जाने के गम में बीजेपी ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है. यही कारण है कि अनाप-शनाप बयान देकर खुद को मीडिया में बनाए रखना चाहते हैं. जैसी करनी वैसी भरनी, 2017 में उन्होंने महागठबंधन को तोड़ा था. आज हमलोगों ने भी बदला ले लिया और एनडीए को तोड़कर महागठबंधन की सरकार बना ली है. इसमें विलाप करने की कोई जरूरत नहीं है.
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