बक्सर: बिहार में ठंड का सितम जारी है. बक्सर में भी ठंड से लोग परेशान हैं. सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों को रही है. आलम यह है कि 10 मीटर की दूरी पर खड़े व्यक्ति कोहरे के कारण नहीं दिखाई दे रहा है. बिहार के कई प्राइवेट स्कूलों में ठंड की छुट्टी हुई है, लेकिन सरकारी स्कूल में ठंड की छुट्टी होने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है. जिलाधिकारी की माने तो छुट्टी का निर्णय शिक्षा विभाग को करनी है.
"अभी तक छुट्टी को लेकर कोई आदेश नहीं मिला है. यह काम शिक्षा विभाग को ही करना है. वहां से जो भी निर्देश जारी होगा, उसका अनुपालन कराया जाएगा." -अंशुल अग्रवाल, जिलाधिकारी, बक्सर
दिव्यांग और असहाय के बीच कंबल वितरितः जिले में बढ़ते शीतलहर को देखते बुधवार को हुए डीएम अंशुल अग्र्वाल, डीडीसी डॉक्टर महेंद्र पाल के द्वारा बुनियाद केंद्र में दर्जनों दिव्यांग व असहायों के बीच कम्बल वितरण किया गया. नगर परिषद के द्वारा बक्सर रेलवे स्टेशन के समीप 50 बेड का एक अस्थायी रैन बसेरा, पुलिस चौकी के समीप स्थायी रैन बसेरा की व्यवस्था की गई है. अलग-अलग चौक-चौराहे पर कुल 47 जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है.
"ठंड से लोगों को बचाने के लिए बक्सर रेलवे स्टेशन पर 50 बेड का अस्थायी रैन बसेरा बनाया गया है. नगर परिषद क्षेत्र में ही स्थायी रैन बसेरा की व्यवस्था है. नगर में 32 जगह पर सुबह-शाम अलाव की व्यवस्था है. कुल 47 जगहों पर अलाव जलाए जाएंगे. नगर परिषद क्षेत्र में जरूरतमंदों के बीच कंबल का भी वितरण किया जा रहा है." -प्रेम स्वरूपम, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद
शीतलहर की चपेट फसलः पूरा जिला शीतलहर की चपेट में है. पाला गिरने से खेतों में लगी आलू, बैगन, मिर्ची और टमाटर की फसल को नुकसान हो रहा है. इससे किसान परेशान हैं. स्कूल जाने वाले बच्चों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिला प्रशासन के आधिकारिक सूत्रों की माने तो इस बार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव स्कूलों की छुट्टी नहीं देने जा रहे हैं. यही कारण है कि इतनी ठंड के बावजूद भी स्कूल में छुट्टियों की घोषणा नहीं की गई है.
यह भी पढ़ेंः
भीषण ठंड में स्कूल जाने को मजबूर छात्राएं, बोलीं- 'तीन दिन की छुट्टी पर नाम काट दिया जा रहा'
चौंकिए मत! यह तस्वीर किसी ठंडे प्रदेश की नहीं, बिहार के नालंदा की है