बक्सर: समाधान यात्रा पर आए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले को पास कराने के लिए बक्सर रेलवे स्टेशन के पूर्वी इटाढ़ी रेलवे गुमटी के आउटर पर ट्रेन को खड़ा कराने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पलटवार करते हुए कहा कि किसके आदेश पर सीएम के लिए ट्रेन रोकी गयी?
बोले अश्विनी चौबे- 'कराऊंगा उच्च स्तरीय': अश्विनी चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री के आने के लिए दो-दो पैसेंजर ट्रेन आधे घंटे के लिए रोक दी गयी. यह व्यवधान नहीं तो क्या समाधान है? इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाऊंगा.
''मैं भारत सरकार के रेल मंत्रालय से भी मांग करूंगा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करायी जाए. किस व्यक्ति के आदेश पर दो पैसेंजर ट्रेन को रोका गया. पैसेंजर, बच्चे, महिलाएं, बूढ़े कई लोग परेशान थे. सीएम पिकनिक यात्रा पर आए हैं, समाधान यात्रा पर नहीं.''- अश्विनि चौबे, केंद्रीय मंत्री
पूरा मामला: सीएम नीतीश कुमार समाधान यात्रा को लेकर बक्सर दौर पर हैं. इस बीच उनके काफिले को पास कराने के लिए पटना-बक्सर (एमटी-कोचिन) पैसेंजर ट्रेन और कामख्या-दिल्ली एक्सप्रेस को आउटर पर करीब 15 मिनट तक रोक दिया गया था. परेशान यात्री पैदल ही अपने गंतव्य स्थान तक जाने के लिए मजबूर हो गए.
पूर्वी इटाढ़ी रेलवे गुमटी पर रोकी ट्रेन: करीब 15 मिनट तक पूर्वी इटाढ़ी रेलवे गुमटी को खुला रखा गया, ताकि सीएम के काफिले को पास कराया जा सके. जब इस मामले को गुमटी के गेटमैन संतोष कुमार से पूछताछ की गयी तो उसने बताया था कि मुख्यमंत्री का काफिला गुजरने वाला है, इसलिए ट्रेन को होल्ड पर रखा जाएगा.
समाधान यात्रा को लेकर बक्सर पहुंचे थे सीएम: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के तहत राज्य भर के दौरे पर हैं. बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश सड़क मार्ग से बक्सर दौरे पर पहुंचे. इस दौरान सीएम ने आम लोगों से मुलाकात की. विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों का निरीक्षण किया. महादलित बस्ती का भ्रमण किया. सीएम बक्सर के हेनवा में तालाब और कठार में जैविक खेती देखा. साथ ही नए परिसदन का शिलान्यास भी किया. उनके इस यात्रा को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं.