बक्सर:2017 में बिजली विभाग के कर्मचारियों से मारपीट के मामले में कोर्ट के आदेश पर केंद्रीय मंत्रीअश्विनी चौबे रिश्तेदारों संग व्यवहार न्यायालय पहुंचे. यहां वहमुख्य दंडाधिकारी राकेश कुमार के सामने पेश हुए.
क्या है मामला?
बता दें कि2017 में नगर थाना क्षेत्र के बिजली विभाग के कार्यालय में भाजपा के जिलाध्यक्ष औरकार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर रहे थे. तभीबिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ उनकी मारपीट हो गई.मारपीट के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी वहां मौजूद थे. जिसके बादबिजली विभाग के कर्मचारियों ने नगर थाना में कांड संख्या 116 /17 दर्ज कराया था. अश्विनी चौबे इस मामले में 2 अप्रैल 2018 को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के सामने पेश हुए थे.
अश्विनी चौबे ने क्या कहा?
उस समय कोर्ट नेयह आदेश दिया था कि 24 घण्टे के अंदर अपने दो रिश्तेदारों के साथ कोर्ट में उपस्थित होकर निबंध पत्र दें, तभी नियमित जमानत मंजूर की जाएगी. जिसके चलते अश्विनीचौबे अपने रिश्तेदारों के साथ आज व्यवहार न्यायालय पहुंच कर मुख्य दंडाधिकारी के सामने पेश हुए थे. कोर्ट से बाहर निकलते वक्त अश्विनी चौबे ने कहा कि हम लोग कानून कोमानने वाले हैं, इसलिए आज कोर्ट पहुंचे है. उन्होंने कहा किजो कानून को नहीं मानने वाला है, वह तो रोड पर ही दिखता है.
वकील ने क्या कहा?
वहीं, इस मामले को लेकर अश्विनी चौबे के वकील रामकृष्ण चौबे ने कहा कि कल ही कोर्ट के द्वारा आदेश दिया गया था कि दो रिश्तेदार और जमानतदार के साथ उपस्थित हों, जिसके बाद मंत्री अश्वनी कुमार चौबे अपने रिश्तेदारों केआज यहां पहुंचे.