बक्सर: कोरोना वायरस धीरे-धीरे भारत में भी तेजी से अपने पांव पसार रहा है. जैसे-जैसे ये मामला बढ़ रहा है. वैसे ही लोग खुद को बचने के लिए मास्क और सेनेटाइजर खरीदने के लिए दुकानों पर पहुंच रहे हैं. वर्तमान समय में आलम यह है कि मास्क विक्रेता समय की इस नजाकत को भांपते हुए ग्राहकों से मनमानी कीमत वसूल रहे हैं.
इस मामले पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि मेरे संज्ञान में ये मामला आया है. ब्लैक में मास्क बेचने वाले पर विभाग की नजर है. वहीं, उन्होंने कहा कि सभी लोगों को मास्क पहनने की कोई आवश्यकता नहीं है. मास्क केवल स्वास्थ्य कर्मियों के लिए है. वहीं, घर से बाहर भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने पर लोग मास्क का इस्तेमाल सेफ्टी के लिए कर सकते हैं.
'विधि-व्यवस्था के लिए लगाया जाता है घारा 144'
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासान ने कई जिलों में एहतियातन धारा 144 लागू किया है. इस मामले पर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने केंद्रीय मंत्री से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि 'धारा 144 कानून और विधि-व्यवस्था के लिए लगाया जाता है. कोरोना को ठीक करने के लिए ये धारा नहीं लगाई जाती है. उन्होंने कहा कि बैठक में कहीं भी इस मामले पर चर्चा नहीं की गई है.
लोग बल्क में खरीद रहे मास्क
कोरोना वायरस के भय से लोग बल्क में मास्क और सेनेटाइजर खरीद रहे हैं. इस वजह से कई दुकानों में मास्क और सेनेटाइजर नहीं मिल रहे हैं. वहीं, अगर कहीं मिल भी रहे हैं. तो दुकानदार उसे कई गुणा अधिक कीमतों पर बेच रहे हैं. इस मामले पर डॉक्टरों का कहना है कि लोग कोरोना के भय ये पैनिक हो रहे हैं. लोगों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से फिलहाल बचना चाहिए. अगर जाना ही पड़े तब मास्क लगाना चाहिए. घर में या ऑफिस में मास्क लगाने की जरूरत नहीं है.