बक्सर: जिले के पशु अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी किल्लत है. केंन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के संसदीय क्षेत्र में 21 पशु अस्पताल सिर्फ 11 डॉक्टरों के भरोसे चल रहे हैं.
डॉक्टरों की कमी
अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी होने के कारण यहां आने वाले पशुओं का इलाज तक नहीं हो पा रहा है. फिर भी विभाग इन समस्याओं से अनजान बना हुआ है. डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. हर साल इलाज ना हो पाने के कारण कितने पशुओं की मृत्यु हो जाती है.
विभाग को अलर्ट जारी
जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि लगातार बाढ़ की तबाही को देखते हुए हर विभाग को अलर्ट जारी कर दिया गया है. बाढ़ के दौरान दूषित पानी पीने से मवेशियों की डायरिया और अन्य बीमारियों से मौत हो जाती है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में चिकित्सक मौजूद हैं. पशुओं के लिए टीकाकरण और जरुरी दवाओं की व्यवस्था कर दी गयी है. अस्पतालों की तुलना में डॉक्टर आधे हैं जिससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सरकार से डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग की जाएगी.