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बक्सर: 11 डॉक्टरों के भरोसे चल रहा है जिले का 21 पशु अस्पताल - aswini kumar chaubey

जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि लगातार बाढ़ की तबाही को देखते हुए हर विभाग को अलर्ट जारी कर दिया गया है. बाढ़ के दौरान दूषित पानी पीने से मवेशियों की डायरिया और अन्य बीमारियों से मौत हो जाती है.

पशु अस्पताल
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Published : Jul 21, 2019, 2:57 PM IST

Updated : Jul 21, 2019, 3:32 PM IST

बक्सर: जिले के पशु अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी किल्लत है. केंन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के संसदीय क्षेत्र में 21 पशु अस्पताल सिर्फ 11 डॉक्टरों के भरोसे चल रहे हैं.

डॉक्टरों की कमी

अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी होने के कारण यहां आने वाले पशुओं का इलाज तक नहीं हो पा रहा है. फिर भी विभाग इन समस्याओं से अनजान बना हुआ है. डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. हर साल इलाज ना हो पाने के कारण कितने पशुओं की मृत्यु हो जाती है.

पशु अस्पताल

विभाग को अलर्ट जारी

जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि लगातार बाढ़ की तबाही को देखते हुए हर विभाग को अलर्ट जारी कर दिया गया है. बाढ़ के दौरान दूषित पानी पीने से मवेशियों की डायरिया और अन्य बीमारियों से मौत हो जाती है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में चिकित्सक मौजूद हैं. पशुओं के लिए टीकाकरण और जरुरी दवाओं की व्यवस्था कर दी गयी है. अस्पतालों की तुलना में डॉक्टर आधे हैं जिससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सरकार से डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग की जाएगी.

बक्सर: जिले के पशु अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी किल्लत है. केंन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के संसदीय क्षेत्र में 21 पशु अस्पताल सिर्फ 11 डॉक्टरों के भरोसे चल रहे हैं.

डॉक्टरों की कमी

अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी होने के कारण यहां आने वाले पशुओं का इलाज तक नहीं हो पा रहा है. फिर भी विभाग इन समस्याओं से अनजान बना हुआ है. डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. हर साल इलाज ना हो पाने के कारण कितने पशुओं की मृत्यु हो जाती है.

पशु अस्पताल

विभाग को अलर्ट जारी

जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि लगातार बाढ़ की तबाही को देखते हुए हर विभाग को अलर्ट जारी कर दिया गया है. बाढ़ के दौरान दूषित पानी पीने से मवेशियों की डायरिया और अन्य बीमारियों से मौत हो जाती है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में चिकित्सक मौजूद हैं. पशुओं के लिए टीकाकरण और जरुरी दवाओं की व्यवस्था कर दी गयी है. अस्पतालों की तुलना में डॉक्टर आधे हैं जिससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सरकार से डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग की जाएगी.

केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्वनी कुमार चौबे के संसदीय क्षेत्र में मानव ही नही पशु अस्पताल में भी डॉक्टरों की घोर अभाव,ग्यारह डॉक्टर के भरोसे चल रहा है,21 पशु अस्पताल।


बक्सर/एंकर-बिहार के अन्य जिला में लगतार बाढ़ की तबाही को देखते हुए बक्सर जिला में भी प्रत्येक बिभाग पहले से एलर्ट है,इसकी जनकारि देते हुए,जिला पशुपाल पदाधिकारी ने बताया कि,जब बाढ़ की भयंकर तबाही आती है,तो इंसान के साथ पशुओं को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है,बाढ़ के दौरान दूषित पानी पीने से मवेशियों में डायरिया एवं बुखार की बीमारी होने की संभावना बनी रहती है,जिसको देखते हुए प्रचुर मात्रा में दावा की व्यवस्था कर लिए गया है,लेकिन बिभाग के पास मैन पावर की काफी कमी है,जिला में स्थापित 21 पशु अस्पताल मात्र ग्यारह डॉक्टर के सहारे चल रहा है ।

गौरतलब है,की बक्सर जिला में मानव से लेकर पशु अस्पतालों में मैन पावर की कमी होने के कारण अस्पताल में आने वाले पशुओं का इलाज तक नही हो पा रहा है,उसके बाद भी बिभाग इन समश्याओ से अनजान बना हुआ है।
Last Updated : Jul 21, 2019, 3:32 PM IST
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