बक्सर: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) के चुनाव नजदीक आते ही बिहार से उत्तर प्रदेश तक सियासी घमासान छिड़ गया है. राज्य में मायावती (Mayawati) की बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा में बड़ी टूट हुई है. बिहार के बक्सर में बसपा के लगभग 100 नेताओं ने सामूहिक रूप से त्यागपत्र (BSP leaders resign) दे दिया है.
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पार्टी अपने सिद्धांतों के विपरीत
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव सरोज राजभर ने बताया कि पार्टी अब अपने सिद्धांतों से हटकर कार्य कर रही है. जिस प्रकार के सिद्धांत कांशीराम लेकर चले थे. उनका पार्टी में कोई महत्व नहीं है. ऐसे में उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देना उचित समझा.
"उत्तर प्रदेश में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को साजिश के तहत अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए उन्हें पार्टी से निकाला गया है. जबकि ऐसे नेता है जो सदैव पार्टी हित की बात करते हैं और पार्टी हित के लिए जान तक दे सकते हैं. ऐसे में सभी कार्यकर्ता अब पार्टी के सभी सदस्यों को सदस्यता अथवा पद से इस्तीफा दिलाने का अभियान चलाएंगे. तकरीबन 100 लोगों ने अपने पद से इस्तीफा दिया." - सरोज राजभर, बसपा प्रदेश महासचिव
बता दें कि अखिलेश यादव ने राज्यसभा चुनाव के लिए पहले बीएसपी के खेमे में सेंध लगाने की कोशिश की थी. उस दौरान बसपा के 7 विधायकों को पार्टी से निष्कासित किया गया था. इस निर्णय पर बिहार संगठन के नेता उग्र हो गए हैं. इसका असर बिहार के बक्सर में भी देखने को मिल रही है. वहीं, इस टूट के बाद कई पार्टी के नेता इनको अपने पार्टी में शामिल करने को लेकर पूरी ताकत झोक रहे है.
दरअसल, यह पूरा मामला राज्यसभा चुनाव के दौरान शुरू हुआ जब असलम रैनी सहित 5 विधायकों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया की बीएसपी उम्मीदवार को उनका समर्थन फर्जी है. उस वक्त बसपा प्रमुख मायावती ने इन विधायकों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए कुल 7 विधायकों को निलंबित कर दिया था.
अखिलेश से मिले थे ये विधायक
- असलम राइनी ( भिनगा-श्रावस्ती)
- मुजतबा सिद्दीकी (प्रतापपुर-इलाहाबाद)
- हाकिम लाल बिंद (हांडिया-प्रयागराज)
- हरगोविंद भार्गव (सिधौली-सीतापुर)
- असलम अली चौधरी (ढोलाना-हापुड़)
- सुषमा पटेल (मुंगरा बादशाहपुर)
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गौरतलब है कि, इन दिनों बिहार के राजनीतिक में लोजपा दो भागों में बट चुकी है. लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद पशुपति कुमार पारस के गुट ने उन्हें पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया. पारस ने हाल ही में पार्टी में राजनीतिक तख्तापलट करते हुए अपने भतीजे चिराग पासवान को पार्टी प्रमुख के पद से हटा दिया है. वहीं, इसी बीच बसपा को लेकर भी बक्सर में बड़ी टूट देखने को मिली है. बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव सरोज राजभर समेत तकरीबन 100 लोगों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में अब सभी पार्टी के नेताओं की निगाहें इन बागी नेताओं को अपने पार्टी में शामिल कराने को लेकर पुरजोर कोशिश किया जा रहा है.
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यूपी में कब होंगे चुनाव?
यूपी और पंजाब सहित अगले साल 5 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में विधानसभा चुनाव होने हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त ने अगले साल होने वाले यूपी समेत पांच विधानसभा चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बात कही है. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा है कि चुनाव आयोग को उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव अगले साल समय पर करा पाने का भरोसा है. बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल अगले साल मई तक चलेगा. वहीं, गोवा, मणिपुर, पंजाब और उत्तराखंड विधानसभाओं का कार्यकाल मार्च 2022 में समाप्त होगा.
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