औरंगाबाद: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के कोने-कोने में शानदार सड़कों का जाल बिछाने का आश्वासन दिया था. उन्होंने कहा कि बिहार के किसी इलाके से मात्र 5 घंटे में पटना पहुंचना संभव होगा लेकिन औरंगाबाद (Aurangabad) के बारुण जीटी रोड (Barun GT Road) की हालत देखकर ऐसा बिल्कुल नहीं लगता. सुशासन बाबू की इस सड़क से मात्र 60 किलोमीटर की दूरी तय करने में ही 5 घंटे लग जाते हैं.
औरंगाबाद (Aurangabad) के बारुण जीटी रोड (Barun GT Road) से झारखंड को जाने वाले मुख्य मार्ग की हालात बहुत ही खराब हो गई है. यहां के लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल है. इस सड़क पर बड़े-बड़े गढ्ढों के कारण आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं.
यहां छोटी गाड़ियों का आवागमन भी मुश्किल हो गया है. जन अधिकार पार्टी के जिलाध्यक्ष भोला यादव (JAP Leader Bhola Yadav) ने बताया कि सड़क निर्माण का कार्य जल्द नहीं होने पर जन आंदोलन होगा.
ये भी पढ़ें..अरवल: सड़क बना राहगीरों के लिए जीव का जंजाल, हल्की बारिश से ही जलजमाव
लंबे समय से नहीं हो पाया सड़क का निर्माण
इस मामले को लेकर धनंजय कुमार उर्फ भोला यादव ने बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व इसका टेंडर हुआ था. कंपनी का रोड निर्माण को लेकर ढुलमुल रवैया आम ग्रामीणों के लिए आफत है. बारुण नबीनगर को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण इतनी धीमी गति हो रहा है कि इसे पूरा होने में लगभग 5 साल लगेंगे.
ये भी पढ़ें..गोपालगंज: बाढ़ के पानी में बही सड़क, चचरी पुल के सहारे होता है दर्जनों गांवों का आवागमन
'एक तरफ बिहार सरकार और केंद्र सरकार का दावा है कि देश में रोज सैकड़ों किलोमीटर सड़क निर्माण का कार्य हो रहा है. यह सड़क बिहार झारखंड को जोड़ती है. इसी सड़क पर भारत सरकार के दो एनटीपीसी पावर प्लांट हैं. जिसमें हजारों की संख्या में मजदूर कार्य करने के लिए प्रतिदिन जाते हैं. जहां आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं'.- जनाधिकार पार्टी के जिलाध्यक्ष धनंजय कुमार