औरंगाबादः ट्रक और कार के बीच हुई टक्कर में मृत दरोगा अमित रंजन को पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि दी गई. जिले के एसपी दीपक बरनवाल, एसडीपीओ अनूप कुमार, सार्जेंट मेजर, की मौजूदगी में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. आलाअधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी.
पटना के कोतवाली थाना में पहली पोस्टिंग
2009 बैच के दरोगा अमित किशोर रजक 2009 में बिहार पुलिस सेवा में आए थे. उनकी पहली पोस्टिंग पटना के कोतवाली थाना में हुई थी. कुछ दिनों के बाद उनकी पोस्टिंग पटना के फुलवारीशरीफ थाना में हुई. चुनाव के समय उन्हें औरंगाबाद भेज दिया गया औरंगाबाद जिले के मुफस्सिल थाना में काफी दिनों तक रहे.
अमित ही थे पूरे परिवार का सहारा
कुछ समय पूर्व ही उनकी ओबरा थाना में पदस्थापना हुई थी. अमित किशोर रजक की शादी वर्ष 2009 में ही हो गई थी. अमित की मां की मौत वर्ष 2014 में होने के बाद पूरे परिवार की देखरेख अमित ही करते थे. जो उनका इकलौते बेटा थे. औरंगाबाद जिले के एसपी दीपक बरनवाल ने बताया कि पैक्स चुनाव में ड्यूटी करने के बाद निजी वाहन से ओबरा लौट रहे थे. उसी दौरान ट्रक और कार की टक्कर में उनकी मौत हो गई. हादसे में 4 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे.
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'अच्छे सज्जन थे दारोगा अमित किशोर'
एसपी ने कहा कि अमित किशोर रजक बड़े ही अच्छे सज्जन थे. खामोशी से अपना काम करते थे. इस विपदा की घड़ी में औरंगाबाद पुलिस परिवार उनके परिजनों के साथ है. उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि सरकारी प्रावधान के अनुसार चुनाव ड्यूटी के दौरान हुई मौत के कारण उन्हें लगभग 10 लाख रुपये का लाभ दिया जाएगा. परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी.