औरंगाबाद: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश के बाद राज्य की सीमा पर जांच केंद्र सह कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की गई है. औरंगाबाद स्थित झारखंड बॉर्डर पर 2 जगह जांच केंद्र सह कम्युनिटी रसोई का इंतजाम किया गया है. इसके अलावा जिले भर में 206 आइसोलेशन केंद्र बनाए गए हैं.
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाहर से आ रहे मजदूरों को बिहार में घुसने नहीं देने के निर्णय के बाद बिहार राज्य के सीमा पर मेडिकल जांच और आने वाले मजदूरों को रोकने की व्यवस्था की गई है. मजदूरों को बॉर्डर पर ही रोककर उनकी जांच की जाएगी.
इन दो जगहों पर बनाया गया जांच केंद्र
दोनों जांच केंद्र कुटुंबा प्रखंड के संडा मिडिल स्कूल और नवीनगर प्रखण्ड के कोयरीडीह मध्य विद्यालय में बनाया गया है. दोनों केंद्र झारखण्ड के पलामू जिले के पास बनाया गया है. इसकी जानकारी देते हुए जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि झारखंड राज्य की सीमा के पास स्थित मध्य विद्यालय संडा और मध्य विद्यालय कोयरीडीह में यह सेंटर बनाया गया है. यह परीक्षण केंद्र पूरी तरह से सुरक्षित है और यहां मजदूरों को किसी भी तरह की कोई कमी नहीं होगी.
कम्यूनिटी किचेन मौजूद
सेंटरों का जायजा लेते हुए जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, पुलिस अधीक्षक दीपक वर्णवाल और उपविकास आयुक्त अंशुल कुमार ने बताया कि सेंटर एनएच-139 पर है. यहां से हर दिन हजारों की संख्या में मजदूरों का आना-जाना हो रहा है. ऐसी स्थिति में यहां से गुजरने वाले प्रवासियों के स्वास्थ्य जांच और रहने-खाने की प्रबन्ध वाकई जरूरी थी.
बनाए गए आइसोलेशन वार्ड
बता दें कि औरंगाबाद के सभी प्रखंडों के विभिन्न पंचायतों में कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए कुल 206 आइसोलेशन केंद्र बनाए गए हैं. जो इस प्रकार हैं:
- औरंगाबाद-17
- देव-16
- मदनपुर-19
- कुटुम्बा-20
- नवीनगर-25
- बारूण-17
- रफीगंज-23
- ओबरा-20
- दाउदनगर-15
- हसपुरा-14
- गोह-20