औरंगाबादः कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण देश भर में किए गए लॉकडाउन से बिहार से बाहर रहने वाले छात्र और मजदूर खासे प्रभावित हुए हैं. सरकार के मदद की घोषणा के बाद भी छात्र और मजदूर परेशान हैं और घर वापस आना चाहते हैं. जिले के मदनपुर प्रखंड के कुछ छात्र भी नोएडा में फंसे हैं. उन्होंने वीडियो मैसेज के जरिए सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
भोजन तक के नहीं हैं पैसे
छात्रों ने बताया कि वे लोग प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे. इसी दौरान लावा कम्पनी में डिप्लोमा कोर्स और पेड इंटर्नशीप के लिए उनका कैम्पस सेलेक्शन हुआ था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से ट्रेनिंग बन्द कर दी गई. अब उनके पास भोजन तक के पैसे नहीं है. जो कुछ भी था, वो 21 दिन के लॉकडाउन में खत्म हो गया.
नहीं मिल पा रही सरकारी मदद
फंसे छात्रों में मदनपुर प्रखंड के कुशहा गांव के विकास कुमार, मंजय कुमार और बिटू कुमार, कठरी गांव के ऋषिकेश कुमार, सौरभ कुमार, अभिजीत कुमार, तेलडीहा गांव के शिव कुमार, ईसापुर के सोनल कुमार मिश्रा और शिवगंज के पंकज कुमार शामिल हैं. बिहार सरकार ने बाहर रह रहे छात्रों और मजदूरों के मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है और उनके खाते में 1000 रुपये नकद राशि डाली जा रही है. लेकिन अभी भी बाहर के राज्यों में हजारों की संख्या में छात्र और मजदूरों को किसी तरह की सरकारी मदद नहीं मिल पा रही है.