औरंगाबाद: जिले से कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों के मिलने के बाद जिला प्रशासन हाई अलर्ट में है. जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल के निर्देश पर दोनों मरीजों के घरों पर अधिकारियों की दो अलग-अलग टीम पहुंची और परिवार के अन्य सदस्यों को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया.
टीम में शामिल अधिकारियों ने बताया कि ओबरा के मरीज के घर से 23 और देव के पवई पंचायत से 20 लोगों की क्वेरेटाइन किया गया है. टीम में शामिल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मरीज के परिवार के सभी सदस्यों को पीपीई किट में लैश कार से क्वॉरेंटाइन सेंटर तक भेजा. औरंगाबाद जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि दोनों मरीजों के संपर्क में आये लोगों को खोज रही है और उन्हें भी क्वॉरेंटाइन करने में टीम लगी हुई है.
- मरीज से संबंधित गांवों को सेनीटाइज कराया जा रहा है.
- चिकित्सकों की टीम ग्रामीणों की थर्मल स्कीनिंग कर रही है.
- रैपिड रिस्पांस टीम द्वारा पथरा एवं चतरा गांव के प्रत्येक गली, मुख्य मार्ग एवं घरों को सेनिटाइज किया गया है.
- आसपास के गांव बड़ पिसाय, पिसाय, चंदा, तारा, कुशा को सील कर दिया गया है.
- गांव के बाहर प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करते हुए एक बोर्ड लगा दिया गया है.
सात गांव सील किये गए
औरंगाबाद जिले के जिलाधिकारी सौरव जोरवाल ने कहा कि प्रतिबंधित किए गए सातों गांव के ग्रामीणों को गांव से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है. ग्रामीणों के लिए आवश्यक खाद्य सामग्री गांव में ही बनाए गए पंचायत भवन में मुहैया कराई गई है, जिसे प्रशासनिक सहयोग से ग्रामीणों के बीच वितरित किया जाएगा. अब तक इस मामले में दोनों गांवों के कुल 43 लोगों का थर्मल स्कैनिंग कर उन्हें जिला मुख्यालय में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रखा गया है.