औरंगाबाद: राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 पर औरंगाबाद और गया जिला के सीमा क्षेत्र में एक लावारिस बैग मिलने के सूचना पर क्षेत्र में दहशत का माहौल कायम हो गया. नक्सली क्षेत्र होने के कारण ग्रामीण दहशत में आ गए. लावारिस बैग मिलने की सूचना पर पहुचीं सीआरपीएफ की टीम ने एक किलोमीटर तक के क्षेत्र को सील कर छावनी में तब्दील कर दिया.
बताया जाता है कि बैग में विस्फोटक सामग्री होने का संदेह होने पर सीआरपीएफ बटालियन-153 के द्वितीय कमान अधिकारी प्रेम कुमार, मदनपुर पुलिस निरीक्षक नेहाल अहमद खान, थाना अध्यक्ष पंकज कुमार सैनी, सीआरपीएफ बटालियन -B/153 के कम्पनी कमांडर सुभाष चंद्र, उप निरीक्षक हरीश कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वायड की मदद से जांच शुरू की गई. बीडीडी टीम की मदद से बैग को खोलने की प्रक्रिया की गई. बैग के खुलने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली.
बैग से मिला मजदूर का आईडी कार्ड और अन्य सामान
सीआरपीएफ बटालियन के अधिकारी प्रेम कुमार ने बताया कि एक लावारिश बैग मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी. सूचना के आधार पर तमाम सुरक्षा उपायों के साथ सीआरपीएफ और मदमपुर थाना पुलिस मौके पर पहुचीं और बैग का जांच किया गया. बैग में आम तौर पर रोजमर्रा के प्रयोग में लाने वाली सामग्री बरामद हुई. उसमें से कपड़ा, आईडी कार्ड, आधार कार्ड, सीलिंग फैन, बिजली के तार का एक्सटेंशन बोर्ड और अन्य सामान बरामद हुआ है. उन्होंने बताया कि ऐसा लगता है कि दिल्ली से आने के क्रम में किसी मजदूर का बैग रास्ते में गिर गया होगा. हालांकि खास महत्वपूर्ण और कीमती सामान नहीं होने के कारण सीआरपीएफ की टीम ने कोविड-19 को देखते हुए सारे सामानों को इकट्ठा करके उन्हें आग के हवाले कर दिया.