औरंगाबाद: नियोजित शिक्षकों के हड़ताल पर जाने से उनकी होली बदरंग हो रही है. होली में शिक्षकों के वेतन का भुगतान नहीं हुआ है. इस बाबत राजद के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. कांति सिंह ने सरकार की आलोचना की है और त्योहार के समय शिक्षकों के बकाया वेतन को जारी करने की मांग की है.
शिक्षकों के समर्थन में पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजद महासचिव कांति सिंह ने आवाज उठाते हुए होली के त्योहार को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार से तत्काल शिक्षकों को पेमेंट करने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा है कि जो शिक्षक राज्य और देश का भविष्य गढ़ते हैं, उन्हें भूखे पेट त्योहार मनाने के लिए नहीं छोड़ना चाहिए.
कांति सिंह ने कहा कि सरकार को चाहिए की होली में उन्हें उनकी मांग पूरी करें और उनका बकाया वेतन का भुगतान कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि शिक्षक सम्मान का भूखा होता है लेकिन बिहार सरकार सरकार सम्मान भी नहीं दे रही है. रुपया देना तो दूर की बात है. हड़ताल के दौरान शिक्षकों ने जो भी मांगे रखी हैं, सारी मांगे जायज हैं.
अधिकारियों की कार्रवाई पर उठाये सवाल
इसके अलावा डॉ कांति सिंह ने बताया कि शिक्षा व्यवस्था इस कदर चौपट हो चुकी है कि जिन शिक्षकों का निधन हो चुका है, उन्हें भी कॉपी जांचने में लगाया जा रहा है. यह बड़े शर्म की बात है कि जो शिक्षक इस दुनिया में नहीं है, उन्हें भी ड्यूटी पर लगाया जा रहा है और नोटिस उनके घर भेजी जा रही है. जिन अधिकारियों के पास शिक्षकों के बारे में पुख्ता जानकारी नहीं है, वैसे अधिकारी शिक्षकों की समस्याओं का क्या हल करते होंगे. यह सोचने वाली बात है.