औरंगाबादः 19 मई को होने वाले सातवें और अंतिम चरण के चुनाव को लेकर जिले में सभी दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपनी ताकत झोंक दी है. लेकिन कई जगहों पर बड़े नेताओं के नहीं पहुंचने से कार्यकर्ताओं में मायूसी छाई रही. बता दें कि बारुण में तेजस्वी की सभा की चर्चा दिन भर रही. लोग उनका इंतजार करते रहे. अंत तक तेजस्वी नहीं आए और सभा स्थगित कर दी गई.
कार्यकर्ताओं ने किया जनसंपर्क
दरअसल, काराकाट लोकसभा में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन महागठबंधन की दो रैली में बड़े नेता नहीं पहुंचे. दाउदनगर में शरद यादव, मुकेश सहनी, जीतन राम मांझी और तारिक अनवर की संयुक्त सभा थी. लेकिन उनके नहीं पहुंचने से कार्यकर्ता मायूस दिखे. वहीं, काराकाट लोकसभा क्षेत्र के बारुण, नवीनगर और ओबरा में भी सभा नहीं हुई. बारुण में तेजस्वी को चुनावी सभा में पहुंचना था लेकिन वह नहीं आए. कार्यकर्ताओं ने अपने दम पर जमकर जनसंपर्क किया.
काफी व्यस्त थे स्टार प्रचारक
राजद किसान प्रकोष्ठ के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और ओबरा विधायक वीरेंद्र कुमार सिन्हा ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि चुनाव प्रचार के अंतिम दिन होने के कारण उनके बड़े नेता और स्टार प्रचारकों की काफी व्यस्तता थी. इसी वजह से वे समय पर दाउदनगर नहीं पहुंच सके. चुनाव आयोग का स्पष्ट निर्देश था कि 17 मई को शाम 5:00 बजे तक ही चुनाव प्रचार होंगे और इसी कारण उनके बड़े नेता चुनावी सभा को संबोधित करने दाउदनगर नहीं आ पाए.
तेजस्वी के आने की गलत सूचना
वहीं, बारुण केशव सिंह कॉलेज मैदान में तेजस्वी यादव के कार्यक्रम स्थगित होने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि बारुण में तेजस्वी यादव का कार्यक्रम नहीं था. बल्कि गलत प्रचार किया गया था. उधर, दाउदनगर की सभा में शरद यादव के नहीं जाने से भीड़ कम हो गई. लेकिन स्थानीय नेताओं ने सभा को संबोधित किया और उपेंद्र कुशवाहा के पक्ष में मतदान की अपील की. सभा के दौरान राजद जिलाध्यक्ष कोलेश्वर यादव महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश सचिव सरोज देवी आदि उपस्थित थे.
बड़े अंतर से जीतेगा महागठबंधन
भले ही बड़े नेता चुनावी सभाओं में समय पर नहीं पहुंच पाए हों. लेकिन ग्राउंड लेवल पर कार्यकर्ता प्रचार करने में लगे थे. स्थानीय कार्यकर्ताओं ने 45 डिग्री तापमान में भी जमकर पसीना बहाया. इस संबंध में जब राजद सचिव डॉ चन्दन कुमार और कार्यकर्ताओं से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनका मकसद और उद्देश्य साफ है. उनके नेता लालू प्रसाद जो जेल में बंद हैं उन्हें तभी छुड़ाया जा सकता है जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार देश से जाएगी. कार्यकर्ताओं ने बताया कि वे घर-घर जाकर लोगों से मतदान की अपील कर रहे हैं और इस बार महागठबंधन बड़े अंतर से काराकाट की सीट जीतेगा.